भागवत ने एक कार्यक्रम में कहा कि आप 'राष्ट्र' कहेंगे चलेगा, 'राष्ट्रीय' कहेंगे चलेगा, 'राष्ट्रीयता' कहेंगे चलेगा, लेकिन 'राष्ट्रवाद' जैसे शब्द में नाजी और हिटलर से मतलब निकाला जा सकता है।
रांची में एक कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि 'राष्ट्रवाद' जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका मतलब नाजी या हिटलर से निकाला जा सकता है। ऐसे में 'राष्ट्र' या 'राष्ट्रीय' जैसे शब्दों को ही उपयोग करना चाहिए।
भागवत ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक का विस्तार देश के लिए है, क्योंकि हमारा लक्ष्य भारत को विश्वगुरु बनाना है। उन्होंने कहा कि संघ देश में विस्तार के साथ-साथ हिन्दुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ता रहेगा, जो देश को जोड़ने का काम करेगा।