नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सांसदों ने उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा अदालत में दिए आवेदन की पृष्ठभूमि में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग करते हुए भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब 2.10 बजे दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
गौरतलब है कि एसआईटी ने लखीमपुर खीरी मामले में मंगलवार को वहां की एक अदालत में दिए आवेदन में कहा था कि 4 किसानों और 1 पत्रकार की हत्या की घटना एक सोची-समझी साजिश थी। इसके साथ ही एसआईटी ने मामले में अधिक गंभीर आरोपों को शामिल किए जाने का अनुरोध किया था। अदालत ने एसआईटी को मुकदमे में हत्या के प्रयास की धारा जोड़ने की मंगलवार को इजाजत दे दी थी। इस मामले में बुधवार सुबह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल में वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने कार्यस्थगन का नोटिस दिया था।
बिरला ने विपक्षी सदस्यों से शांत होने की अपील करते हुए कहा कि यह अच्छी परंपरा नहीं है। प्रश्नकाल चलने दीजिए। मैंने आपका स्थगन प्रस्ताव अब तक खारिज नहीं किया है। आप लोग माननीय हैं, देश के लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। अपने स्थान पर जाइए। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आसन के समीप बैठे अधिकारियों के निकट जाकर विपक्षी सदस्यों के नारेबाजी करने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के निकट जाकर नारेबाजी करना ठीक नहीं है, क्योंकि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। अध्यक्षजी, आप इनसे मास्क पहनने के लिए कहिए।
बिरला ने फिर से विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने को कहा। उन्होंने कहा कि आज महंगाई जैसे मुद्दे पर भी चर्चा होनी है। आप सदन में चर्चा की मांग करते हैं, तो पूरा समय देता हूं। जब आपका कार्य स्थगन प्रस्ताव खारिज हो तो आप विषय उठाएं। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल के बाद उन्हें विषय उठाने का मौका मिलेगा।
हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने करीब 11.30 बजे सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सदन की बैठक पुन: शुरू हुई तो विपक्षी सदस्य फिर से आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने आवश्यक दस्तावेज सभा पटल पर रखवाए और हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने को कहा। उन्होंने सदस्यों से कहा कि आज सदन में महंगाई जैसे महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा होनी है। सभी को इस चर्चा में भाग लेना चाहिए। हालांकि शोर-शराबा नहीं थमा और कार्यवाही करीब 2.10 बजे दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।