वहीं पात्रा ने संवाददाताओं से दस्तावेजों के हवाले से कहा कि ये जमीन तत्कालीन समय में अखबार के लिए आवंटित की गई थी, लेकिन इसे एक सिटी सेंटर बनाकर बेच दिया गया। उन्होंने कहा कि जनहित के काम के लिए आवंटित जमीन व्यावसायिक कैसे हो गई।
उन्होंने कहा कि भोपाल विकास प्राधिकरण ने इस विषय को आगे बढ़ाते हुए इसकी लीज निरस्त करने के लिए पत्र भेजा है। उन्होंने इस जमीन को गैरकानूनी तौर पर बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी के आगामी इंदौर दौरे के दौरान इस विषय में पार्टी उनसे सवाल करेगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी इसी मामले में 50 हजार रुपए के मुचलके पर बाहर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी सारी संपत्ति गांधी परिवार की बपौती बन गई है। (वार्ता)