राउत के इस कमेंट को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं ट्विटर पर देखने को मिलीं। श्वेता ने लिखा- मेरा मानना है कि भविष्य में भाजपा और शिवसेना एक बार फिर साथ-साथ होंगे। वहीं, मोहम्मद राहील फिदवी ने कहा कि अब 'भक्त' कन्फ्यूज हैं।
तेजस भट्ट ने लिखा- आखिर उनके मुंह से कुछ तो अच्छा निकला। वहीं मनीष जोशी ने लिखा-
बचपन मे जब हम क्रिकेट खेलते थे तो जैसे 13 लड़के हैं, तो 6, 6 की दो टीमें बना लीं, मगर फिर भी एक लड़का ऑड रहता था! तो जो बचता था उसे 'बीच का पिल्लू' यानी कॉमन बना देते थे, फिर वो दोनों साइड से बैटिंग करता था! ये शिवसेना (संजय राउत) राजनीति की वही 'बीच की पिल्लू' है! जबकि एक अन्य व्यक्ति ने लिखा- भाजपा और शिवसेना की विचारधारा एक जैसी है।