द्रोणा गिरी पर्वत पर हो रही है संजीवनी बूटी की तलाश

शुक्रवार, 29 जुलाई 2016 (08:11 IST)
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, उत्तराखंड सरकार राज्य में संजीवनी बूटी की तलाश कर रही है। यह वही संजीवनी बूटी है जिसके बारे में रावण के वैद्य ने हनुमानजी को लाने के लिए कहा था। जब हनुमानजी को समझ में नहीं आया तो वे पूरा पर्वत ही उखाड़कर राम के सम्मुख ले आए थे ताकि लक्ष्मण की मूर्छा दूर की जा सके।
संजीवनी बूटी को खोजने के लिए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इसके लिए बाकायदा स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों का एक पैनल बना कर उन्हें जल्द द्रोणा गिरी पर्वत जाने के निर्देश दे दिए हैं।
 
राज्य सरकार संजीवनी की खोज का ये काम अब अपने संसाधनों से करेगी इससे पहले सरकार ने केंद्र सरकार से इस प्रोजेक्ट के लिए बजट उपलब्ध कराने को कहा था। कुछ वर्षों पहले योग गुरु बाबा रामदेव और उनके सहयोगी बालकृष्ण ने भी इसी संजीवनी को खोज निकालने का दावा किया था।
 
माना जाता है इंसानों पर इस बूटी का चमत्कारिक असर होता है। स्थानीय लोग दावा करते हैं कि वो संजीवनी बूटी आज भी यहीं मिलती है। करीब 4000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस पर्वत पर सर्दियों में रहना बहुत मुश्किल होता है।

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