नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास के अनुसंधानकर्ता समुद्री यातायात पर नजर रखने में मदद के लिए एक स्वदेशी जलपोत यातायात सॉफ्टवेयर (वीटीएस) का विकास कर रहे हैं। मैरीटाइम विजन 2030 की कार्ययोजना में शामिल रही सॉफ्टवेयर विकास परियोजना आईआईटी मद्रास और तूतिकोरिन (तमिलनाडु) के वीओसी बंदरगाह ट्रस्ट के बीच साझेदारी का हिस्सा है। इसके लिए एक सहमति पत्र पर हाल ही में दस्तखत किए गए थे।
वीओसी बंदरगाह ट्रस्ट के अध्यक्ष टीके रामचंद्रन के अनुसार वीओसी बंदरगाह वीटीएस प्रणाली के लिहाज से स्वदेशी सॉफ्टवेयर के विकास के लिए आईआईटी मद्रास में राष्ट्रीय बंदरगाह, जलमार्ग और समुद्रतट प्रौद्योगिकी केंद्र के साथ एमओयू करने वाला भारत का पहला बड़ा पत्तन है।