Raja and Sonam Raghuvanshi case: मेघालय की राजधानी शिलांग में चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड को शिलांग पुलिस ने सुलझा लिया है। SP सिटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में केस की पूरी कहानी बताते हुए कहा कि मेघालय जैसे छोटे राज्य, जहां 29 लाख की आबादी और 11000 पुलिसकर्मी हैं। इस हाईप्रोफाइल और जघन्य अपराध को सुलझाना निश्चित ही चुनौतीपूर्ण था। सोनम के पिता और भाई ने पुलिस और सरकार पर जांच में लापरवाही के आरोप लगाकर मेघालय को बदनाम करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने चुपचाप मेहनत कर इस मामले को सुलझा लिया। शिलांग के एसपी का नाम विवेक सिम है। वे 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
पुलिस ने सोनम, राज कुशवाहा, विशाल और एक अन्य आरोपी को हिरासत में लिया है। सोनम ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया। इस हत्याकांड ने मेघालय और मध्य प्रदेश दोनों राज्यों को हिलाकर रख दिया था, लेकिन शिलांग पुलिस की तत्परता और मेहनत से इस रहस्य से पर्दा उठ गया। जांच अभी भी जारी है, और पुलिस अन्य संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।
क्या कहा गाइड ने : मेघालय में पिछले महीने लापता हुए नवविवाहित दंपति राजा और सोनम रघुवंशी के साथ तीन अज्ञात व्यक्तियों की मौजूदगी के बारे में पुलिस को सूचित करने वाले टूरिस्ट गाइड ने मंगलवार को कहा कि उसे इस बात की तसल्ली है कि उसके जानकारी देने से मामला सुलझाने में मदद मिली। दो जून को वेइसाडोंग फॉल्स के पास राजा का शव मिला जिसके सिर पर घातक चोटें थीं। इसके बाद खून से सना धारदार हथियार और अन्य सामान भी बरामद किया गया।
मावलखियात गांव के गाइड अल्बर्ट पडे ने कहा कि मुझे खुशी है कि अपराधी आखिरकार सलाखों के पीछे हैं। उसने कहा कि हमें दोषमुक्त करार दिया गया है। जिन लोगों ने सोहरा और उसके लोगों को हिंसक बताकर उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की थी, अब उनका पर्दाफाश हो गया है। अल्बर्ट ने कहा कि उसने 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास नोंगरियात से मावलखियात तक 3000 से अधिक सीढ़ियां चढ़ रहे दंपति को तीन लोगों के साथ देखा था।
गाइड के अनुसार कि राजा सहित चार पुरुष आगे चल रहे थे जबकि महिला पीछे थी। चारों पुरुष हिंदी में बातचीत कर रहे थे। उसने यह भी कहा कि उसकी हिंदी खास अच्छी नहीं है। अल्बर्ट ने शुरू में दंपित को 22 मई को नोंगरियात तक जाने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया था और भा वानसाई नामक एक अन्य गाइड की सेवाएं लीं जिसने उन्हें शिपारा होमस्टे पर छोड़ दिया।