शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में आश्चर्य जताया, हमारे तथाकथित राष्ट्रवादियों ने हमारे क्रिकेटरों की निंदा की, उनके पुतले फूंके और अपने टीवी सेट तोड़ दिए क्योंकि हमारी टीम पाकिस्तान से हार गई। उन्होंने कहा, यह सब अब हंसने लायक लगता है।
उन्होंने कहा, राष्ट्रवादी हमारी हॉकी टीम को बधाई देने के लिए सड़कों पर क्यों नहीं उतरे जिसने उसी दिन पाकिस्तान को हराया था? इसमें कहा गया कि भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से साफ मना कर देना चाहिए था। ऐसा करने से हमारी टीम को देश की सराहना मिलती। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने देश के लिए त्याग नहीं किया।
इसमें कहा गया, जिन लोगों को लगता है कि पाकिस्तान को क्रिकेट के मैदान पर हराया जाना चाहिए, हमें उनसे कुछ नहीं कहना। क्योंकि हमारा मानना है कि पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का संबंध रखना कश्मीर में शहीद हुए हजारों जवानों का अपमान है। हमें इस बात से बाहर निकलना चाहिए कि क्रिकेट खेलने से उनसे संबंधों में सुधार होगा। (भाषा)