रक्षामंत्री ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में जवानों की मौत का वर्षवार आंकड़ा दिया। उन्होंने बताया कि 2008 में सियाचिन में नौ जवान मारे गए। 2009 में 13, 2010 में 50 और 2011 में 24 सैन्यकर्मियों की जान चली गई।
उन्होंने बताया कि 2012 में 12, 2013 में11 और 2014 में आठ सैनिकों की जान चली गई। 2015 में 11, 2016 में 20 और 2017 में पांच जवान मारे गए। (भाषा)