वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इस घोषणा के तुरंत बाद जारी अपने ट्वीट में वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के रिजर्व बैंक गवर्नर के आश्वासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि कर्ज किस्तों के भुगतान और कार्यशील पूंजी के ब्याज पर 3 महीने के लिए रोक लगाने के कदम जरूरी राहत पहुंचाने वाले कदम हैं। ब्याज दरों में कमी का लाभ ग्राहकों तक जल्द से जल्द पहुंचाया जाना चाहिए।
उद्योगों और कर्ज लेने वालों की यह शिकायत रही है कि रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में पिछले कुछ माह के दौरान भारी कटौती किए जाने के बावजूद बैंकों ने कर्ज की दर में उतनी कटौती नहीं की है। अब जबकि रिजर्व बैंक ने रेपो दर में पौना प्रतिशत की कटौती की है तो कर्ज पर भी ब्याज दर में इसी के अनुरूप कटौती की जानी चाहिए। वित्तमंत्री ने भी ब्याज दरों में कटौती का लाभ ग्राहकों तक जल्द से जल्द पहुंचाने पर जोर दिया है।