Power cut in Indore :लोकसभा चुनाव का मौसम चल रहा है। वोटर्स को लुभाने के लिए नेता बड़े- बड़े वादे और दावे किए रहे हैं। लेकिन स्मार्ट सिटी की तर्ज पर डेवलेप किए जा रहे इंदौर में आए दिन बत्ती गुल हो रही है। आम लोगों को बिजली जैसी बैसिक सुविधा में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
दूसरी तरफ उपभोक्ताओं के बिजली मीटर का ग्राफ लगातार हाई है। दूसरी तरफ पश्चिमी विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी बिजली कटौती से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि आंधी तुफान में थोड़ी बहुत दिक्कत हो सकती है, लेकिन बहुत ज्यादा समस्या नहीं है।
बता दें कि खंडवा रोड, आशाराम बापू चौराहा, बंगाली चौराहा, एयरपोर्ट रोड, चंदन नंगर, धार रोड, भंवरकुआ समेत राऊ और राऊ के आसपास के इलाकों में लाइट जाने की समस्याओं की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। बच्चों के स्कूल की छुट्टियां हैं, ऐसे में बच्चे भी परेशान हो रहे हैं।
स्ट्रीट लाइटें जहां तहां बंद: न सिर्फ घरेलू लाइट बल्कि शहर की कई सड़कों पर स्ट्रीट लाइट शाम से लेकर रात तक गुल रहती है। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सामने से लेकर मोती तबेला, पंढरीनाथ और उसके आगे तक की सड़कों और चोराहों पर स्ट्रीट लाइट बंद थी। कमोबेश यही हाल विजय नगर, स्कीम नंबर 54 और स्कीम नंबर 78 में भी नजर आया।
क्या कहते हैं उपभोक्ता? वैशाली नगर में वॉल्टेज की दिक्कत: महक शर्मा ने बताया कि वैशाली नगर में कई उपभोक्ताओं के घरों में आए दिन वॉल्टेज की दिक्कत हो रही है। बिजली जाने की तो हालांकि उतनी ज्यादा समस्या नहीं है, लेकिन वॉल्टेज ने बेतहाशा परेशान कर के रखा है। जब ऐसा होता है तो इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स के उड़ने और फ्यूज होने का डर बना रहता है। आए दिन टीवी, रेफ्रिजरेटर, माइक्रोवेव्स और लाइट्स के स्विच आदि बंद करने का ध्यान रखना पड़ता है।
जसमीत कौर ने बताया कि खंडवा रोड और आशाराम बापू चौराहा और इसके आसपास के इलाकों में आए दिन बिजली गुल हो जाती है। जब लाइट जाती है तो दो-दो घंटे तक नहीं आती है। गर्मी के मौसम में हाल बेहाल हो जाते हैं। यह अक्सर होता है। आंधी और हवा चलने के दौर में तो यह कई बार होता है। गर्व सिंह ने बताया कि बंगाली चौराहा पर भी बिजली गुल होने की समस्या हो रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी : पश्चिमी विद्यूत वितरण कंपनी में अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा ने वेबदुनिया को बताया कि अभी बिजली कटौती की ऐसी कोई बहुत ज्यादा समस्या नहीं है। यह जरूर है कि आंधी और हवा की वजह से कुछ इलाकों में कुछ देर के लिए बिजली चली जाती है। इंदौर में 13 हजार ट्रांसमीटर्स हैं। गर्मी का मौसम है, थोड़ा बहुत तो लोड रहता है, हालांकि बहुत ज्यादा शिकायत नहीं है। जहां तक कॉल सेंटर पर फोन नहीं उठाने का सवाल है तो मेरे ख्याल से दो घंटे के भीतर समस्या पर रिस्पॉन्स किया जाता है। ऐसी कोई शिकायत तो नहीं है। जहां तक राऊ इलाके की बात है तो ये क्षेत्र आधा शहर में और आधा ग्रामीण में आता है।
कॉल सेंटर पर नहीं उठाते फोन: बिजली कंपनी ने शिकायत करने के लिए 1912 ट्रोल फ्री शिकायत नंबर जारी कर रखा है। लेकिन यह बिजली बंद होने पर तो ठीक, कई बार आम दिनों में भी ठप्प पड़ा रहता है। आम लोगों को खुद ही जोनल पर जाकर शिकायत दर्ज करना पड़ती है। महाराजा कॉम्पलेक्स में दुकानदार मनीष निगम ने वेबदुनिया को बताया कि 1912 शिकायत नंबर नहीं लगने पर उन्हें जोनल पर जाकर शिकायत करना पड़ी। विजय नगर में प्रवीण सिंह ने बताया कि कई बार लगाने पर भी नंबर नहीं लगता। रविवार को भी थक-हार कर जोनल पर ही जाकर शिकायत की। अमित कुमार ने बताया कि विजय नगर की आईडीए बिल्डिंग में जब बिजली चली जाती है तो दो दो बार शिकायत करने पर भी बिजली कंपनी के कर्मचारी नहीं पहुंचते हैं। झोनल पर जाकर शिकायत करना पडती है।
बारिश के पहले इन इलाकों में छाने लगता है अंधेरा: गौरीनगर में लगातार बिजली गुल हो रही है। पूर्वी रिंग रोड, बंगाली चौराहा के आसपास की कॉलोनी, स्कीम-74, स्कीम नंबर 78, नंदानगर, परदेशीपुरा, क्लर्क कॉलोनी, पलसीकर, चंद्रभागा, एयरपोर्ट रोड, नौलखा, महूनाका, कालानी नगर, जबरन कॉलोनी, चंदननगर, सपना-संगीता, भंवरकुआं, पलसीकर कॉलोनी, चंद्रभागा, खातीवाला टैंक, सुखलिया, सुंदर नगर, न्याय नगर, महालक्ष्मी नगर, बॉम्बे अस्पताल, प्राइम सिटी, वीणा नगर, निरंजनपुर, बेलमोंट, नगीन नगर, नंदानगर, बजरंग नगर में देर तक अंधेरा छाया समेत पलसीकर कॉलोनी, चंद्रभागा, खातीवाला टैंक, सुखलिया, स्कीम नंबर 78, सुंदर नगर, न्याय नगर, महालक्ष्मी नगर, बॉम्बे अस्पताल, प्राइम सिटी, वीणा नगर, गौरी नगर आदि में भी बिजली की समस्या बनी रहती है।
ये कैसी स्मार्ट सिटी: इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है और अब इसे स्मार्ट सिटी के नाम पर डेवलेप किया जा रहा है। मेट्रो प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। नाइट कल्चर को बढ़ावा दिया जा रहा है। तमाम तरह के फ्लाइओवर और ब्रिज प्रस्तावित हैं, लेकिन बेमौसम में बारिश और आंधी में जिस तरह से इन दिनों स्मार्ट सिटी इंदौर में बत्ती गुल हो जाती है, वो न सिर्फ शहर पर बदनुमा दाग लगा रहा है बल्कि स्मार्ट सिटी की अवधारणा को भी मुंह चिढ़ा रहा है।
Edited by Navin Rangiyal