पहाड़ों पर 'प्रचंड बर्फबारी' से देश के कई राज्यों में जबरदस्त ठंड का प्रकोप

सोमवार, 17 दिसंबर 2018 (00:33 IST)
नई दिल्ली। पहाड़ों पर प्रचंड बर्फबारी से देशभर के कई राज्यों में ठंड के जबरदस्त प्रकोप ने करोड़ों लोगों को अपने आगोश में ले लिया है। जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में इन दिनों पड़ रही हड्‍डी जमा देने वाली ठंडक से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। पहाड़ी क्षेत्रों से आ रही तीखी बर्फीली हवा की चुभन से बचने के लिए लोगों को गर्म कपड़ों के अलावा अलावों का सहारा लेना पड़ रहा है।

 
हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थल लाहौल स्पीति में पारा शून्य से 2 डिग्री चला गया है। यहां के लोगों का कहना है कि जब दिसम्बर में ऐसी हालत है तो जनवरी में क्या होगा, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। राजधानी शिमला में 4.6, धर्मशाला में तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस रहा। 
 
ऊपरी पहाड़ी इलाकों में भी जमकर बर्फ पड़ रही है। लेह में माइनस 12 तापमान दर्ज किया गया। रुद्र प्रयाग में पिछले तीन दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है। सर्द हवाओं की वजह से यहां के लोगों की हड्‍यिां तक कांप रही हैं। 
केदारनाथ धाम में भी बर्फबारी से रविवार को राहल मिली। यहां पर आसमान से गिर रही आफत जरूर कम हुई लेकिन बर्फबारी के कारण 2 से 3 फीट तक बर्फ जमा हो गई है, जिसे हटाने का काम शुरू हो चुका है।
पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले मसूरी में 4 डिग्री और देहरादून में 5.2 डिग्री तापमान रहा। अमृतसर में 4 डिग्री, श्रीनगर में 5.6 डिग्री, गुलमर्ग में 9.5 डिग्री और दिल्ली से सटे गुरुग्राम में 4.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
 
राजस्थान के चुरु में गर्मी भी सबसे ज्यादा पड़ती है और ठंड भी। रविवार को चुरु में 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जबकि माउंट आबू में माइनस 2.4 डिग्री सेल्सियस। फतेहपुर शेखावटी में भी हड्‍डियां गला देने वाली ठंड पड़ रही है। यहां का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। राजस्थान के इस इलाके में गर्मी के दिनों में पारा 50 डिग्री सेल्सियत तक पहुंच जाया करता है।
 
राजस्थान के लिए मौसम विभाग का कहना है कि शीत का प्रकोप अगले एक दो दिन और रहने वाला है। यहां के लोगों को अगले 48 घंटों में जानलेवा ठंड से राहत नहीं मिलने वाली है। 
 
सीकर भी ठंड की मार से अछूता नहीं है। रविवार को यहां पर सिंचाई वाले पाइपों पर मोटी बर्फ की परत जमी रही। यही नहीं, फसलों पर भी बर्फ जमी रही। शहर से गांव तक लोग अलाव जलाकर ठंड से निजात पाने की कोशिश करते रहे। (वेबदुनिया न्यूज) 

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