श्रीमती गांधी पूरी मुखरता से अपनी बात रखते हुए कहा कि इस हादसे के लिए केन्द्र और दिल्ली सरकार पूरी नाकाम रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि रविवार के दिन गृहमंत्री अमित शाह क्या कर रहे थे? दिल्ली जल रही थी, वे तीन दिन से कहां थे? इसी तरह का सवाल उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल से पूछा कि तीन दिन से वे कहां थे और क्या कर रहे थे?
उन्होंने कहा कि सोची-समझी साजिश के तहत हिंसा भड़काई गई। कपिल मिश्रा को परोक्ष रूप से निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा नेताओं ने भड़काऊ भाषण दिए। राजधानी में दंगों का माहौल बनाया गया। दिल्ली चुनाव के दौरान भी इस तरह के भाषण दिए गए। सोनिया ने कहा कि हिंसा भड़कने के बाद दिल्ली में अर्धसैनिक बलों को क्यों नहीं बुलाया गया।