उन्होंने कहा कि जहां पर घटना हुई, वह स्थान पाकिस्तान की सीमा से डेढ़ सौ किलोमीटर दूर है। आतंकवादियों में इतना साहस कहां से आ गया कि वह इतनी दूर से चलकर पहलगाम पहुंच गए? यह समय है उन्हें जवाब देने का। अगर मिलीभगत नहीं है तो भारत को चढ़ाई करनी चाहिए। पाकिस्तान के कब्जे के कश्मीर को भारत का हिस्सा बनाना चाहिए।
सपा सांसद ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में मुस्लिम समाज और कश्मीरी छात्रों को निशाना बनाने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पंजाब के पटियाला में कश्मीरी छात्रों पर कुछ दक्षिणपंथी समूहों के कार्यकर्ताओं ने हमला किया था। हरियाणा में भी मुसलमान की दुकानों में तोड़फोड़ किए जाने की घटना सामने आई। देश में कई अन्य जगहों पर भी इसी तरह की वारदात हुई हैं।
उन्होंने दावा किया कि एक तरफ विदेशी आक्रमणकारी हैं तो दूसरी तरफ सरकार द्वारा प्रायोजित और प्रशिक्षित नफरती और शरारती तत्व हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ऐसे तत्वों को संरक्षण प्रदान कर रही है, जिसके कारण ये देश के विभिन्न हिस्सों में धर्म और जाति के नाम पर गुंडागर्दी कर रहे हैं। कहीं कश्मीरी छात्रों और मुस्लिमों को उत्पीड़ित किया जा रहा है तो कहीं दलित सांसद राम जी लाल सुमन को धमकाया जा रहा है।
अंसारी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लेने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि पूरा भारत एक मत है। जो पाक अधिकृत कश्मीर है उसको भारत में मिला लेने का यह अच्छा अवसर है। उनके गुनाहों की सजा भी उनको दी जाएगी और जो भारत का ही है, उसे भारत में मिला लिया जाए। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को हम भारत का हिस्सा मानते हैं।