ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद राशिद फरंगीमहली के साथ बैठक के बाद रविशंकर ने संवाददाताओं से कहा कि बातचीत के जरिए हम हर समस्या हल कर सकते हैं। अदालत का सम्मान है लेकिन अदालत दिलों को नहीं जोड़ सकती। अगर हमारे दिल से एक फैसला निकले तो उसकी मान्यता सदियों तक चले।