पुरी में जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान मची भगदड, 3 लोगों की मौत, 50 घायल

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

रविवार, 29 जून 2025 (09:31 IST)
Jagannath Rath Yatra News : ओडिशा के पुरी में श्री गुंडिचा मंदिर के निकट रविवार को मची भगदड़ में कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई और करीब 50 अन्य घायल हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और 6 लोगों की हालत गंभीर है। घटना तड़के करीब 4 बजे हुई, जब सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर के पास इकट्ठा हुए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है।

पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ एस. स्वैन ने बताया कि घटना तड़के करीब 4 बजे हुई, जब सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर के पास इकट्ठा हुए। उन्होंने बताया कि घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और 6 लोगों की हालत गंभीर है। मृतकों की पहचान बोलागढ़ की निवासी बसंती साहू और बालीपटना के निवासी प्रेमकांत मोहंती व प्रवती दास के रूप में हुई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है।

खबरों के अनुसार, जब बड़ी संख्या में तीर्थयात्री देवताओं के दर्शन के लिए पहुंच गए थे। घटनास्थल के पास पहले से ही काफी भीड़ जुट गई थी, लेकिन वहां पर अचानक से 2 ट्रकों के घुसने की कोशिश के कारण भगदड़ मच गई। सरकार ने घटना को लेकर उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

स्थिति का जायजा लेने के लिए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाईबी खुरानिया और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। इस बीच, ओडिशा के विधि मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को घटना से अवगत करा दिया है। हरिचंदन ने कहा, हम हर आवश्यक कार्रवाई करेंगे। ओडिशा के मुख्यमंत्री माझी ने पुरी के मंदिर में भगदड़ मामले पर कहा, लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, सुरक्षा चूक की जांच होगी, दोषी पाए जाने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
 
पुरी में रथयात्रा शुरू होने के एक दिन बाद शनिवार को भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ श्री गुंडिचा मंदिर पहुंचे। श्री गुंडिचा मंदिर को देवताओं का मौसी का घर माना जाता है, यह मंदिर 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर से 2.6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हर साल भगवान जगन्नाथ मंदिर से अपनी मौसी के घर यानी श्री गुंडिचा मंदिर जाते हैं। भगवान की वापसी की यात्रा को ‘बहुदा यात्रा’ के नाम से जाना जाता है जो इस साल 5 जुलाई को होगी।

घटना को लेकर मुख्यमंत्री माझी ने मांगी माफी : ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को पुरी में एक मंदिर के पास भगदड़ के लिए भगवान जगन्नाथ के भक्तों से क्षमा मांगी। माझी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, मैं और मेरी सरकार सभी जगन्नाथ भक्तों से क्षमा मांगते हैं। हम भगदड़ में अपनी जान गंवाई वाले श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं... महाप्रभु जगन्नाथ से प्रार्थना करते हैं कि वे उन्हें इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
 
उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा चूक की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। माझी ने कहा, यह लापरवाही अक्षम्य है। सुरक्षा चूक की तत्काल जांच की जाएगी और मैंने निर्देश दिया है कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
 
खरगे ने कहा, घटना से बेहद दुखी हूं : भगदड़ की घटना को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, पुरी मंदिर भगदड़ से प्रभावित परिवारों को राहत और चिकित्सीय सहायता पहुंचाने के सभी प्रयासों का कांग्रेस समर्थन करेगी। खरगे ने कहा, भगदड़ से बेहद दुखी हूं, यह घटना लापरवाही और कुप्रबंधन का नतीजा है जिसे माफ नहीं किया जा सकता।

जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक का तबादला, 2 पुलिसकर्मी निलंबित : भगदड़ घटना के बाद मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दंडात्मक कार्रवाई के तौर पर जिलाधिकारी सिद्धार्थ शंकर स्वैन और पुलिस अधीक्षक विनीत अग्रवाल के तबादले का आदेश दिया।
 
भगदड़ के लिए जिम्मेदार लापरवाही को अक्षम्य बताते हुए माझी ने दो पुलिस अधिकारियों– पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) बिष्णु पति और कमांडेंट अजय पाधी के निलंबन की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने खुर्दा के जिलाधिकारी चंचल राणा को पुरी का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया है। अग्रवाल की जगह पिनाक मिश्रा पुरी के पुलिस अधीक्षक का पद संभालेंगे।
 
25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता : ओडिशा सरकार मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। 
Edited By : Chetan Gour

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