ई-वाणिज्य क्षेत्र की प्रमुख कंपनी अमेजन के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार अनिश्चितता काफी कम है लेकिन लोगों को सतर्कता बरतनी चाहिए। सुबगमणियम ने कहा, कोरोना की दूसरी लहर है इसलिए लोगों को सावधान रहने की जरूरत है, उन्हें सभी नियमों का पालन करना चाहिए।
लेकिन कुल मिलाकर पिछली बार के मुकाबले इस बार हम बेहतर स्थिति में हैं, क्योंकि टीका बन चुका है और टीकाकरण की प्रक्रिया चल रही है। इस लिहाज से अनिश्चितता काफी कम है। पिछले साल कोरोनावायरस महामारी के फैलने के बाद भारत में मार्च 2020 को दुनिया का सबसे कड़ा लॉकडाउन लगाया गया था। इसकी वजह से अर्थव्यवस्था में पिछले साल की पहली तिमाही के दौरान 24 प्रतिशत की जबरदस्त गिरावट आई थी।
सुब्रमणियम ने कहा कि महामारी के दौरान जो एक महत्वपूर्ण बात सामने आई है वह है ऑनलाइन सामानों की खरीद-फरोख्त और डिजिटलीकरण, जिसे भारत ने तेजी से अपनाया है। उन्होंने कहा कि भारत में 80 करोड़ लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए आवश्यक वसतुओं की आपूर्ति की गई।
जनधन, आधार मोबाइल (जैम) खातों के जरिए नकद राशि का हस्तांतरण किया गया, जबकि अमेरिका जैसे दुनिया के विकसित देशों में चेक के जरिए वित्तीय सहायता लोगों को दी गई, जिसमें दो माह से अधिक समय लगा। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मझौले उद्यमों को आधुनिक तकनीक को अपनाना चाहिए और अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए नवोन्मेष में निवेश करना चाहिए।(भाषा)