रावत को 28 मार्च को विश्वास मत का सामना करना था, उससे 2 दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की अगुवाई में 9 बागी कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया था कि उन्हें उत्तराखंड विधानसभा में विश्वास मत पर समर्थन करने के लिए रावत ने रिश्वत की पेशकश की थी और उन्होंने उस स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो जारी कर दिया था। (भाषा)