एमएसआरटीसी के एक हड़ताली कर्मचारी ने कहा, हड़ताल के दौरान एमएसआरटीसी के लगभग 120 कर्मचारी आत्महत्या कर चुके हैं। हम राज्य सरकार के साथ निगम के विलय की मांग पर कायम हैं। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने हमारे मुद्दों को सुलझाने के लिये कुछ नहीं किया।
एक और प्रदर्शनकारी ने कहा, हम बंबई उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं, लेकिन हम राज्य सरकार से इस मुद्दे पर बात कर रहे हैं, जिसे जनता ने चुना है। चुनी हुई सरकार ने हमारे लिए कुछ नहीं किया। इस सरकार के चाणक्य शरद पवार भी हमें हुए नुकसान के लिए जिम्मेदार हैं।
पवार को महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा कांग्रेस के सत्तारूढ़ गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) का मुख्य शिल्पकार माना जाता है, जिसने 2019 में सरकार बनाई थी।(भाषा)