नई दिल्ली। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के एक ट्वीट ने सरकार की मुश्किल बढ़ा दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि मालदीव में चुनावों में बाधा होने की स्थिति में भारत को हस्तक्षेप करना चाहिए। हालांकि सरकार ने स्वामी के इस ट्वीट से दूरी बना ली है।
स्वामी के इस ट्वीट से मालदीव नाराज हो गया है और भारत के सामने कूटनीतिक संकट खड़ा हो गया है। मालदीव के विदेश मंत्रालय ने देश में मौजूद भारत के उच्चायुक्त अखिलेश मिश्रा को नोटिस जारी कर दिया है। गौरतलब है कि मालदीव में अगले महीने 23 सितंबर को चुनाव होने वाले हैं।
हालांकि स्वामी ट्वीट अचानक नहीं आया है। मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने हालांकि रविवार को मालदीव ने भारत के उच्चायुक्त को तलब कर नाराजगी जाहिर की। गौरतलब है कि मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने मौजूदा राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन की ओर से चुनाव में बाधा पहुंचाए जाने की आशंका जताई है।
हालांकि बाद में स्वामी ने इस पर सफाई दी थी कि मालदीव में मौजूद भारतीय नागरिकों के साथ गलत व्यवहार नहीं किया जा सकता। मेरी यह राय है कि भारत की जिम्मेदारी है कि मालदीव में वह अपने नागरिकों की रक्षा करे। इसके लिए हस्तक्षेप करना जरूरी है। हालांकि मैं सरकार का प्रतिनिधित्व नहीं करता। (एजेंसियां)