अमित शाह : मोदी सरकार 2 में गृहमंत्री अमित शाह का बड़ा योगदान है। शाह ने कश्मीर की सुरक्षा को लेकर जो फूलप्रूफ प्लान तैयार किया, उसी का नतीजा है कि सरकार वहां अनुच्छेद 370 हटाने के साथ ही लद्दाख और जम्मू कश्मीर को शांति से अलग कर पाई।
राजनाथ सिंह : अनुभवी राजनाथ सिंह को जब गृह मंत्रालय के स्थान पर रक्षा मंत्रालय सौंपा गया तो लोगों को बड़ा आश्चर्य हुआ। यहां तक कहा गया कि सरकार में उनका कद कम हुआ है। बहरहाल यह मोदीजी का एक सोचा समझा फैसला था। राजनाथ के नेतृत्व में सेना ने अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में जबरदस्त काम किया। सीमा पर इस तरह घेराबंदी की गई कि पाक सेना का आतंकियों की घुसपैठ करने का हर प्रयास विफल हो गया।
सत्यपाल मलिक : जब लोगों को यह लग रहा था कि कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है तब जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक यह समझाने में सफल रहे हैं कि कश्मीर के मामले में जो भी फैसला होगा संसद में होगा। अनुच्छेद 370 हटने के बाद उन्होंने राज्य की कमान इस तरह संभाली की प्रतिबंधों के बीच लोगों को ज्यादा तकलीफ नहीं है।