मंत्रालय ने कहा कि आईएनएस अरिहंत द्वारा एसएलबीएम (पनडुब्बी से बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण) का सफल उपयोगकर्ता प्रशिक्षण लॉन्च दल दक्षता को साबित करने और एसएसबीएन कार्यक्रम के अनुरूप महत्वपूर्ण है, जो भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता का एक प्रमुख तत्व है।
पहले उपयोग नहीं करने की प्रतिबद्धता : बयान में कहा गया कि यह भारत की विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता की नीति को ध्यान में रखते हुए एक मजबूत, टिकाऊ और सुनिश्चित जवाबी क्षमता है जो इसकी पहले उपयोग न करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। आईएनएस अरिहंत एक विशालकाय और एडवांस S2 सामरिक स्ट्राइक परमाणु पनडुब्बी है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala (एजेंसी/सोशल मीडिया)