उन्होंने कहा कि वे बड़े पैमाने पर निवेश करके और परिचालन के हर एक पहलू में बदलाव करके उसे बेहतर बनाने के लिए रेलवे के आमूलचूल परिवर्तन पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा पटरियों में खामियों का पता लगाने और उनकी देखरेख में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह भी एक ही एप्लीकेशन के जरिए।
भारतीय रेलवे में साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने से संबंधित इस बैठक में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल और बोर्ड के अन्य सदस्य तथा वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। इसमें साइबर खतरे, सुरक्षा और आधुनिक समाधानों पर चर्चा हुई। (भाषा)