कश्मीर में चर्चाएं गर्म, मिसाइल दागेगा पाकिस्तान..!

सुरेश डुग्गर

शुक्रवार, 30 सितम्बर 2016 (12:15 IST)
श्रीनगर। पाकिस्तान भारतीय शहरों पर मिसाइलों से हमले करने की पहल कर भारत को चौंकाने तथा हमला करने की कोशिश करेगा। इस तरह की चर्चाओं से पूर्ण जम्मू-कश्मीर ग्रस्त है। दूसरी ओर सैनिक सूत्रों के मुताबिक अगले 3 दिन निर्णायक साबित हो सकते हैं, क्योंकि ऐसी सूचनाएं हैं कि पाकिस्तानी शासक भारतीय शहरों पर हमले करने या फिर कारगिल सरीखी घुसपैठ कर चौंकाने वाली कार्रवाई करने के निर्देश पाक सेना को दे सकते हैं।
इस आशय की सूचनाएं गृह मंत्रालय को जम्मू-कश्मीर में सक्रिय गुप्तचरों द्वारा भिजवाई गई हैं जिनमें कहा गया है कि कारगिल, नौशहरा तथा कूपवाड़ा के पार पाक सेना की जो अभ्यासरूपी हलचल तेज हुई है वह भारत पर हमला करने का संकेत देने वाली प्रतीत होती है।
 
हालांकि इन सूचनाओं में कहा गया है कि पाक सेना कारगिल और कश्मीर सीमा पर कारगिल सरीखी घुसपैठ करवाने की कार्रवाई को अंजाम देने की खातिर ही जम्मू सीमा पर मोर्चा खोले हुए है जिसके पीछे का मकसद ध्यान बंटाना है।
 
हालांकि सेनाधिकारी कहते हैं कि पूरी स्थिति अगले 3-4 दिनों के भीतर स्पष्ट हो सकती है, क्योंकि सीमापार से मिलने वाली सूचनाओं के मुताबिक पाक सेना ने अपनी मिसाइलों को बेस से निकालकर अज्ञात स्थानों की ओर रवाना किया है और सैटेलाइट सूचनाएं दर्शाती हैं कि उनके रुख भारतीय शहरों की ओर ही हैं।
 
अभी यह पता नहीं चल पाया है कि पाक सेना मिसाइलों से हमलों के लिए किन शहरों को चुन सकती है लेकिन यह आशंका प्रकट की जाने लगी है कि पाक सेना भारत-पाक सीमा के उन सेक्टरों के सामने पड़ने वाले शहरों में भयानक तबाही मचाने का इरादा लिए हुए है, जो अभी तक पिछले 3 युद्धों में पाक सेना के लिए कब्रिस्तान के रूप में सामने आए हैं। इनमें पंजाब, जम्मू तथा राजस्थान के कई शहर हैं।
 
सूत्रों के अनुसार पाक सेना का मानना है कि अगली लड़ाई में वायुसेना का अधिकतम इस्तेमाल होगा इसलिए उसने सारे लड़ाकू जहाजों को तैयार रखा है। इन्हीं सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ने 450 किलोमीटर दूरी तक 300 किलोग्राम विस्फोटक लेकर मार कर सकने वाली मिसाइलें तैनात कर दी हैं।
पाक सेना की दोनों स्ट्राइक कोरों ने जम्मू-कश्मीर की सीमाओं के समक्ष अपनी पोजीशन को मजबूत करने के साथ ही कदम भी आगे बढ़ाए हैं। इन सूत्रों के मुताबिक पिछले 2 दिनों के भीतर अब पाक सेना की अंतरराष्ट्रीय सीमा से दूरी 5 किमी से घटकर 1 किमी रह गई है जिसे खतरनाक बताया जा रहा है जबकि एलओसी के उस पार कारगिल सीमा पर उन पहाड़ों के सामने पाक सेना की हलचल को भी देखा जा सकता है जिन पर 1999 में उसने कब्जा कर लिया था।
 
सूत्रों का कहना है कि पाक सेना ने जम्मू-कश्मीर में दोहरी रणनीति अपनाते हुए जम्मू के समीप अंतरराष्ट्रीय सीमा के कई सेक्टरों में पिछली रात से गोलाबारी जारी रखी हुई है, जबकि उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में वह नई चौकियां बनाकर कुमुक बढ़ा रहा है।
 
भारतीय सेना अधिकारियों को आशंका है कि टोलोलिंग की पहाड़ियों के सामने वाले क्षेत्र में भी पाक सेना का जमावड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है, जो कि एक खतरनाक संकेत है। यह वही क्षेत्र है, जहां से 1999 में पाकिस्तान ने आतंकवादियों को सुरक्षा कवर देते हुए भारतीय सीमा में प्रवेश कराया था। इस बार भी पाक सेना इस तरह की हरकत कराने की तैयारी करती प्रतीत होती है।
 
सूचनाओं के मद्देनजर सेना मुख्यालय ने गुरुवार की शाम एक आदेश जारी करके सभी सैनिकों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी थीं तथा रेल अधिकारियों से आग्रह किया जा चुका है कि आवश्यकता पड़ने पर रेलमार्ग को सैनिक आवागमन के लिए खाली कर दिया जाए।

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