यह दिल्लीवासियों के लिए बड़ा झटका ही है कि उन्होंने केवल 10 महीने के अंदर अपने 3 पूर्व मुख्यमंत्री खो दिए। यह अजब संयोग ही है कि जिस तरह शीला दीक्षित के निधन की खबर लोगों को अचानक से लगी थी, ठीक वैसे ही सुषमा स्वराज के देहांत की खबर भी अचानक ही सामने आई। वहीं दिल्ली के तीसरे पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना का निधन भी पिछले साल अक्टूबर में हुआ था। यह तीनों ही दिल्लीवालों के बीच लोकप्रिय रहे हैं।
मंगलवार को सुषमा स्वराज के निधन साथ ही दिल्लीवासियों को बड़ा झटका लगा है जब उन्होंने केवल 10 महीने के भीतर अपने 3 पूर्व मुख्यमंत्री खो दिए। बीते 18 दिन के भीतर दिल्ली ने 2 महिला पूर्व मुख्यमंत्रियों सुषमा स्वराज और सबसे सफलतम मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को खो दिया है। यह दोनों ही अपनी मौत से कुछ दिन पहले तक राजनीति में सक्रिय रहीं।
वहीं तीसरे पूर्व मुख्यमंत्री थे मदनलाल खुराना, जिनका पिछले साल अक्टूबर में निधन हुआ। यह तीनों ही दिल्लीवालों के बीच लोकप्रिय रहे हैं। पूर्व विदेश मंत्री और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं सुषमा स्वराज (67) का मंगलवार शाम दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। खबरों के अनुसार निधन कुछ समय पहले ही सुषमा स्वराज ने वकील हरीश साल्वे को घर बुलाया था, क्योंकि वे कुलभूषण मामले में उन्हें एक रुपया फीस अदा करना चाहती थीं।
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का इसी साल 20 जुलाई को निधन हो गया था। 81 वर्षीया शीला दीक्षित लंबे समय से अस्वस्थ चल रही थीं। वे 1998 से 2013 तक लगातार 3 बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। वहीं दिल्ली के तीसरे पूर्व मुख्यमंत्री की बात करें तो वे हैं मदनलाल खुराना। साल 1993-96 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे मदनलाल खुराना का निधन भी पिछले साल अक्टूबर में हुआ था। यह तीनों ही दिल्लीवालों के बीच लोकप्रिय रहे हैं।
अपने निधन के दिन सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर बधाई देते हुए ट्वीट किया था। वहीं शीला दीक्षित का निधन जिस दिन हुआ उस दिन वे प्रियंका गांधी की उत्तर प्रदेश में हुई गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन करने वाली थीं और उन्होंने इसकी जानकारी भी सार्वजनिक की थी, लेकिन ऐसा न हो सका।