भोपाल। ट्विटर के जरिए लोगों की मदद करने वालीं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से बेंगलुरु में रहने वाले देवेश और उनका परिवार गहरे सदमे में है। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर देवेश कुमार शर्मा भोपाल में बिताए उस पल को याद करते हुए भावुक हो जाते हैं, जब उनके बेटे की जान बचाने के लिए सिर्फ एक ट्वीट पर सुषमा ने दिल्ली से एयर एम्बुलेंस भोपाल भेज दी थी।
'वेबदुनिया' से बातचीत में देवेश कहते हैं कि आज भी उनको 25 जनवरी 2017 का दिन अच्छी तरह याद है, जब उनके जिगर के टुकड़े बेटे को दिल की गंभीर बीमारी के चलते भोपाल के डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए थे और वे एक-एक कर हर उम्मीद हार रहे थे।
'वेबदुनिया' से बातचीत में देवेश कहते हैं कि सुषमाजी के चलते ही आज उनका प्यारा बेटा पूरी तरह स्वस्थ है। देवेश कहते हैं कि जैसे ही रात में उनको सुषमाजी के निधन की खबर लगी, वे अपने आंसू नहीं रोक सके और एक बार फिर 2 साल पहले का पूरा मंजर उनकी आंखों के सामने आ गया।