श्रीनगर। कश्मीर में आतंकियों के साथ होने वाली मुठभेड़ें थम नहीं रही हैं और न ही पत्थरबाजों के साथ होने वाला टकराव। आज भी समाचार भिजवाए जाने तक दक्षिण कश्मीर के एक गांव में आतंकियों और सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ जारी थी। हालांकि समाचार भिजवाए जाने तक सुरक्षाबलों ने 4 आतंकी को ढेर कर दिया था लेकिन इसके लिए दो जवानों की शहादत देनी पड़ी थी। सूत्रों के मुताबिक, अभी भी दो से तीन आतंकी सुरक्षाबलों के घेरे में हैं जिन्हें जल्द ही मार गिराया जाएगा।
दक्षिण कश्मीर के लाम त्राल में मंगलवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मी शहीद व दो अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए है। त्राल मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मी जो कि राज्य पुलिस विशेष अभियान दल से संबंधित है, शहीद हो गया है। इसके अलावा एक आतंकी भी मारा गया है। इस बीच आतंकी समर्थक हिंसक भीड़ ने मुठभेड़ की खबर फैलते ही त्राल में सुरक्षाबलों पर पथराव भी शुरु कर दिया। हालात को काबू करने के लिए सुरक्षाबलों ने भी बल प्रयोग किया। लेकिन त्राल में हिंसक झड़पों का आतंकरोधी अभियान पर किसी तरह का असर नहीं हुआ।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह सेना की 42 आरआर, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस विशेष अभियान दल के जवानों का एक संयुक्त कार्यदल ने लाम त्राल में गोईटुंगु जंगल में घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। जंगल में जैशे मुहम्मद के आतंकियों को देखे जाने की सूचना मिली थी। सुबह सात बजे के करीब जंगल में एक जगह छिपे आतंकियों ने जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देख फायरिंग शुरु कर दी। जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। इसमें दो सैन्यकर्मी और राज्य पुलिस का एक जवान घायल हो गए। अन्य जवानों ने अपने घायल साथियों को वहां से हटाते हुए जवाबी फायर किया। लगभग 40 मिनट बाद आतंकियों की तरफ से गोलियों की बौछार बंद हुई और उसके बाद जब जवानों ने सावधानीपूर्वक आगे बढ़ते हुए मुठभेड़स्थल की तलाशी ली तो उन्हें चली हुई गोलियों के खाली खोखे मिले। आतंकी भागने में कामयाब रहे।
डीआईजी दक्षिण कश्मीर रेंज अमित कुमार ने लाम त्राल में आतंकियों के साथ मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि आतंकी पहले घेराबंदी तोड़ भाग निकले थे, उन्हें दोबारा घेर लिया गया है। उनकी संख्या दो से तीन या इससे ज्यादा हो सकती है। जल्द ही उन्हें मार गिराया जाएगा। इस बीच अस्पताल में दाखिल कराए गए घायल सुरक्षाकर्मियों में शामिल सैन्य कर्मी अजय कुमार अपने जख्मों की ताव न सहते हुए चल बसा जबकि एक अन्य सैन्यकर्मी और पुलिस कांस्टेबल लतीफ अहमद की हालत स्थिर बताई जाती है।