दो भारतीय बढ़ा रहे हैं आईएस और अलकायदा आतंकियों की संख्या

नई दिल्ली। हाल ही में यह खबर आई थी कि आतंकी संगठन अलकायदा ने भारत में शाखा खोल ली है। इस खबर के बाद एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। जयपुर व हैदराबाद में जांच कर रहे जांचकर्ताओं के मुताबिक भारतीय मूल के दो व्यक्ति आईएसआईएस व अल कायदा के लिए आतंकियों की भर्ती में सहायता कर रहे हैं।

जांच एजेंसियों के अनुसार अब्दुल खैदर सुल्तान अर्मर और अंसार उल ताविद उल हिन्दी अल कायदा की शाखाओं के लिए आतंकियों की भर्तियां कर रहे हैं। अब्दुल खैदर कर्नाटक के भटकल में रहता था और इन दिनों अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर छुपा हुआ है।

अब्दुल खैदर के नाम इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस भी है और भारतीय सुरक्षा एजेंसियां उसकी तलाश कर रही है। आतंकवाद मामलों की जांच करने वाली कई खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने अल कायदा व आईएसआईएस से जुड़े इन दो भारतीयों के नामों की पुष्टि की।

इस कथित भर्ती करने वाले का नाम भारत में किसी भी घटना में शामिल नहीं है। प्रतिबंधित संगठन सिमी से संबंध रखने के कारण साल 2007 में उसका नाम सामने आया था, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया गया था।  कर्नाटक में रहे 'स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया' से जुड़े एक व्यक्ति का नाम भी सामने आया था, जो फिलहाल किसी खाड़ी देश में है।

खबरों के अनुसार वह आईएसआईएस के लिए आतंकियों की भर्ती का काम संभालता है। हैदराबाद के चार युवकों से संगठन में शामिल होने के लिए इंटरनेट के जरिए संपर्क किया था। अलकायदा और आईएसआईएस भारत के कई युवकों से लगातार संपर्क में है। अंसार उल ताविद के ऑनलाइन वीडियो में जिहाद में शामिल होने की मांग करने वाले व्यक्ति का नाम अब्दुल खैदर सुल्तान अर्मर ही था। (एजेंसियां)

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