बड़ा आतंकी हमला, सात सैनिक शहीद

सुरेश डुग्गर

मंगलवार, 29 नवंबर 2016 (19:16 IST)
जम्मू। आतंकियों ने अपने किस्म के पहले दो हमलों में जम्मू को चौंका दिया। उन्होंने पहली बार सीमा पार कर बीएसएफ की चौकी पर हमला किया और साथ ही एक अन्य ग्रुप ने नगरोटा स्थित सेना की 16वीं कोर के मुख्यालय से सटी रेजिमेंट के ऑफिसर्स मैस पर भी हमला बोला। दोनों ही हमलों में बीएसएफ और सेना ने 7 आतंकियों को मार गिराया। सात आतंकियों को मार गिराने के लिए सेना को अपने दो अधिकारियों और एक जवान की शहादत देनी पड़ी तो बीएसएफ के डीआईजी रैंक के अधिकारी समेत 8 जवान जख्मी हो गए। खबरों के मुताबिक दो अधिकारी समेत 7 जवान शहीद हो गए हैं।
आतंकवादियों ने मुंह अंधेरे जम्मू में सोलह कोर मुख्यालय नगरोटा के निकट सेना की 166 मीडियम आर्टीलरी रेजीमेंट पर फिदायीन हमला कर आफिसर्स मेस पर कब्जा कर लिया।
 
भारी मात्रा में हथियारों से लैस 4 से 5 आतंकवादियों ने सुबह पौने छ: बजे नगरोटा हाइवे के पास रेजीमेंट के गेट पर ग्रेनेड दाग कर हमला कर दिया। आतंकी सुबह किसी वाहन में श्रीनगर की ओर से आए व उन्होंने अतिसंवेदनशील नगरोटा कोर मुख्यालय के निकट जम्मू श्रीनगर पर बलोनी पुल के पास सेना की रेजीमेंट पर हमला कर दिया। नतीजतन हाइवे पर ट्रैफिक बंद कर दिया गया जिस कारण वैष्णो देवी जाने वाले हजारों श्रद्धालुओं को भी रोक दिया गया।
 
जम्मू कश्मीर में फैले आतंकवाद के दौरान यह पहला अवसर था कि आतंकियों ने नगरोटा स्थित कोर मुख्यालय और उससे सटी रेजिमेंट मुख्यालयों पर हमला करने की हिमाकत की हो। दरअसल कोर मुख्यालय समेत नगरोटा स्थित सभी रेजिमेंटों की सुरक्षा व्यवस्था इतनी तगड़ी मानी जाती रही है कि कोई आतंकी आज तक इस पर हमला करने की सोच नहीं सका है। हालांकि 8 अगस्त 2006 को सूचना मिलने पर जैश-ए-मुहम्मद के दो आतंकियों को उस समय मार गिराया गया था, जब वे कोर मुख्यालय पर हमला करने का इरादा लेकर डोडा से जम्मू की ओर आए थे, जबकि आज हमला करने वाले आतंकी श्रीनगर से किसी बस में आए थे, ऐसा बताया जा रहा है।
 
सेना ने 8 घंटों की मशक्कत के बाद 4 आतंकियों को ढेर कर दिया। हालांकि एक और आतंकी के अभी छुपे होने की शंका जताई जा रही है जिसकी तलाश जारी है। हमले में सेना के मेजर रैंक के अधिकारी कुणाल, एक जेसीओ तथा एक अन्य जवान शहीद हो गए तथा पांच अन्य जख्मी हो गए।
 
जिस प्रकार आतंकियों ने नगरोटा में पहली बार आत्मघाती हमला किया था ठीक उसी प्रकार उन्होंने पहली बार जम्मू सीमा को पार करके इंटरनेशन बॉर्डर पर स्थित बीएसएफ की चौकी पर भी हमला किया। इस हमले को पछाड़ दिया गया और जवाबी कार्रवाई में बीएसएफ ने 3 आतंकियों को ढेर कर दिया। इस हमले में बीएसएफ के एक डीआईजी रैंक के अधिकारी बीएस कसाना समेत 8 जवान उस समय जख्मी हो गए थे, जब वे आतंकियों के शवों का निरीक्षण कर रहे थे तो शवों से बंधे हुए बम फूट गए थे।
 
जानकारी के मुताबिक, सुबह जम्मू फ्रंटियर पर सांबा सेक्टर के रामगढ़ इलाके में छन्नी फतवाल गांव में आतंकियों ने तारबंदी को काट कर इस ओर स्थित फतवाल सीमा चौकी पर हमला बोला तो सतर्क बीएसएफ जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए तीन आतंकियों को मार गिराया। दोनों पक्षों में करीब 4 घंटों तक मुठभेड़ चली थी। इस मुठभेड़ में सीमा सुरक्षा बल का जवान श्याम लाल घायल हुआ है।
 
जानकारी के मुताबिक, छन्नी फतवाल में बीएसएफ चौकी पर हमला करने वाले आतंकियों की संख्या 3 से 5 थी जिसमें से तीन को मार गिराया जा चुका है और बाकी की तलाश समाचार लिखे जाने तक जारी थी। इन दो हमलों के बाद पूरे जम्मू क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया जा चुका है।

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