सनसनीखेज खुलासा! आतंकी अली को पाक सेना ने दी थी ट्रेनिंग (वीडियो)

Webdunia
बुधवार, 10 अगस्त 2016 (15:00 IST)
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में पिछले महीने पकड़ा गया पाकिस्तानी आतंकवादी बहादुर अली उर्फ सैफुल्ला लश्कर-ए- तैयबा का प्रशिक्षित सदस्य है और उसे घाटी में विरोध प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड से हमला करने के लिए भेजा गया था।
 
राष्ट्रीय जाचं एजेंसी (एनआईए) के प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बहादुर अली पाकिस्तान के लाहौर का रहने वाला है और उसे 26 जुलाई को कश्मीर के हंदवाड़ा जिले से स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर पकड़ा गया था। उससे पूछताछ के आधार पर सुरक्षा बलों ने अगले दिन क्षेत्र में उसके साथियों को पकड़ने का अभियान चलाया जिसके दौरान उसके चार साथी मारे गए थे। उन्होंने कहा कि बहादुर अली से पूछताछ में यह साबित हुआ है कि लश्कर के कैडर की घाटी में विरोध प्रदर्शनों में भूमिका रही है।
 
उन्होंने कहा कि बहादुर अली और मारे गए उसके चार साथियों के पास से चार एके-47 रायफलें, रबर के नक्शे, कूट भाषा में लिखे संदेश, जापान में बने अत्याधुनिक आईकॉम वायरलैस सेट, हथगोले और कई  अन्य उपकरण बरामद किए गए। उन्होंने कहा कि इस आतंकवादी से पूछताछ, बरामद किए गए दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के आधार पर यह पता चला है कि उसे वहां की सेना के अधिकारियों द्वारा उच्च स्तर पर गहन प्रशिक्षण  दिया गया था। 
 
उन्होंने बताया कि बहादुर अली ने 11 या 12 जून को घुसपैठ की थी और इस दौरान वह हंदवाड़ा के आसपास के गांवों में रहा। उसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित लश्कर-ए-तैयबा के एक उच्च क्षमता वाले कंट्रोल रूम एल्फा-3 से लगातार निर्देश दिए जाते थे। कंट्रोल रूम में बैठे उसके आकाओं ने उससे कहा था कि लश्कर के कैडर को घाटी में बुरहान वानी की मौत के बाद हुए प्रदर्शनों को भड़काने में सफलता मिली है और वह भी यही काम करें तथा सुरक्षा बलों पर हमलों को अंजाम दे। (वार्ता)
वीडियो सौजन्य : यूट्‍यूब 
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