कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार का भी कहना है कि एक लंबे अरसे से आतंकी ऐसे ठिकानों का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर आंकड़ों पर जाएं तो एक माह में सुरक्षाबलों के गश्ती दलों पर सड़क किनारे होने वाले हमलों के दौरान आतंकियों ने इन्हीं बाग-बगीचों में घात लगाई थी। ऐसे में हमलों में 6 से अधिक जवान शहादत पा चुके हैं।
अधिकारियों के बकौल, कई आतंकी कमांडर भी ऐसे स्थानों पर बनाए जाने वाले ठिकानों का इस्तेमाल शरण, हथियार व गोला-बारूद को छुपाने के लिए कर रहे हैं। दरअसल गर्मी के दिनों में पहले आतंकी पहाड़ों की ओर रूख कर लेते थे लेकिन अब पहाड़ों पर सुरक्षाबलों की दबिश बढ़ने का परिणाम है कि उन्होंने खेतों, बाग-बगीचों में जमीन के नीचे ठिकाने बनाने आरंभ किए हैं और उन्हीं का इस्तेमाल सुरक्षाबलों पर हमलों के लिए किया जा रहा है।