एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। बापटला के पुलिस अधीक्षक वकुल जिंदल ने बताया कि किसी भी भावी आकस्मिक स्थिति का सामना करने के लिए वायुसेना ने अपनी आपात तैयारी को सशक्त बनाने के तहत यह परीक्षण किया जिसमें दो मालवाहक विमानों- एएन 32 और डोर्नियर ने हिस्सा लिया। यह अभ्यास पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न एक बजे तक 2 घंटे के अंदर 2 बार किया गया।
जिंदल ने पीटीआई-भाषा से कहा, लैंडिंग (आपात स्थिति में विमान के उतरने का) परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया। दो मालवाहक विमान एएन 32 एवं डोर्नियर (राजमार्ग पर) उतरे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर 4.1 किलोमीटर लंबी आपात लैंडिंग सुविधा युद्धकाल में विमानों के उतरने के विकल्प के रूप में उपलब्ध रहेगी।
यह अभ्यास पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न एक बजे तक दो घंटे के अंदर दो बार किया गया और इसके लिए बापटला जिला पुलिस ने सुबह साढ़े सात बजे से अपराह्न एक बजे तक राजमार्ग पर यातायात का मार्ग बदल दिया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुखोई 30 समेत कुछ जंगी विमानों ने भी उड़ान भरी लेकिन वे राजमार्ग पर नहीं उतरे। (भाषा) (File photo)
Edited By : Chetan Gour