त्रिशक्ति ने 24 घंटे में बनाया 14.8 किमी रास्ता, 245 लोगों की बचाई जान
मंगलवार, 17 अक्टूबर 2023 (18:39 IST)
Sikkim Flash Floods: सिक्किम के मंगन जिले की लोनाक झील के कुछ हिस्सों में ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड के कारण तीस्ता नदी के निचले हिस्से में बहुत तेजी से जल स्तर में वृद्धि हुई थी। अभी तक यहां कई लोगों की मौत हो चुकी है। इस आपदा से मंगन, गंगटोक, पाकयोंग और नामची जिलों में बड़ा नुकसान पहुंचा है। उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के कुछ हिस्सों में झील के फटने से पानी का स्तर 15 मीटर तक बढ़ गया था।
“We will either find a way, or make one”#TrishaktiCorps Sappers continue to rebuild & reconnect areas cut off during the #GLOF . Working under adverse weather conditions, the Sappers constructed a foot suspension bridge over Mighty Teesta river in North #Sikkim… pic.twitter.com/sOYiHaD58T
बता दें कि सिक्किम में 3 अक्टूबर को बादल फटने (Sikkim Cloud Burst) की घटना के बाद तीस्ता नदी में बाढ़ (Teesta River Flood) आ गई थी। इस बाढ़ में सेना के 23 जवान लापता हो गए थे। इनमें से कासगंज के राघवेंद्र कुमार सिंह (Raghavendra Kumar Singh) भी थे।
मंगलवार की सुबह उनका शव कासगंज पहुंचा जहां उन्हें श्रद्धाजंलि देने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। बता दें कि तीस्ता नदी में आई बाढ़ से भारतीय सेना के 23 जवान लापता हो गए थे। उत्तरी सिक्किम में आई बाढ़ के बाद भारतीय सेना व एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। भारतीय सेना ने उत्तरी सिक्किम में अभियान चलाकर 245 लोगों को बचाया है।
त्रिशक्ति ने बचाए 245 लोग: सेना के अधिकारियों के मुताबिक उत्तरी सिक्किम में चलाए गए एक मिशन में भारतीय सेना की त्रिशक्ति कोर के जवानों ने राबोम में फंसे 245 लोगों को बचाया है। त्रिशक्ति कोर के बयान के अनुसार यह बचाव अभियान 7 अक्टूबर को शुरू हुआ और 13 अक्टूबर तक जारी रहा।
कटे गांवों से संपर्क जोड़े : त्रिशक्ति कोर के जवानों ने उत्तरी सिक्किम में आई बाढ़ के बाद कटे गांवों से संपर्क जोड़ने के लिए अभियान चलाया। सेना के जवान एक चुनौतीपूर्ण अभियान के बाद राबोम के अलग-अलग गांव पहुंचे और वहां फंसे करीब 245 लोगों को बचाया।
त्रिशक्ति कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि मौसम की खराब स्थिति के बावजूद भारतीय सेना के जवानों ने 24 घंटे तक अभियान चलाया। उन्होंने करीब 14.8 किलोमीटर का रास्ता बनाया और कुंदन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के 97 श्रमिकों सहित 80-100 स्थानीय लोगों को बचाया। सैनिकों ने गांव में एक हेलीपैड भी बनाया है। उन्होंने बताया कि 245 लोगों को इस मिशन के दौरान बचाया गया है। साथ ही लोगों को सहायता भी मुहैया कराई।
बता दें कि इससे पहले भारतीय वायुसेना ने सिक्किम के विभिन्न बाढ़ प्रभावित इलाकों से 1700 से अधिक लोगों को निकाला था। अधिकारियों के अनुसार, भारतीय वायु सेना के चिनूक और एमआई-17, वी5 हेलीकॉप्टर सिक्किम के बाढ़ प्रभावित इलाकों में अभियान जारी रखे हुए हैं। राहत प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए 200 से अधिक कर्मियों को शामिल किया गया है। Edited By : Navin Rngiyal