कोर्ट में कई बार मजेदार बहस भी देखने को मिली। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस डी वाय चंद्रचूड़ की बेंच ने प्रदूषण मामले की सुनवाई की। कोर्ट ने इस दौरान टीवी पर होने वाली डिबेट्स को लेकर भी तंज कसा।
अदालत ने बिना कोई कदम उठाए संस्थानों की आलोचना करने वालों को भी आड़े हाथों लिया। अदालत ने कहा कि टेलीविजन पर होने वाली डिबेट्स से किसी से भी ज्यादा प्रदूषण होता है। मुख्य न्यायाधीश ने ब्यूरोक्रेसी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि पूरी ब्यूरोक्रेसी ही निष्क्रिय हो गई है और कोर्ट के आदेश का इंतजार करती है।