नोटिस में कहा गया है कि जैसा कि आपको मालूम है कि भारत चंद्रयान-3 के माध्यम से अंतरिक्ष अन्वेषण में महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित करने जा रहा है। यह भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी और उद्योग के लिए एक अहम कदम होगा। इसमें कहा गया है कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग एक यादगार पल है, जो न केवल जिज्ञासा को बढ़ावा देगी बल्कि हमारे युवाओं के मन में नवाचार के लिए एक जुनून भी पैदा करेगी।
आयोग ने कहा कि इससे गर्व और एकता की गहरी भावना पैदा होगी, क्योंकि हम सामूहिक रूप से भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की शक्ति का जश्न मनाएंगे। यूजीसी ने कहा है कि इसका सीधा प्रसारण 23 अगस्त को शाम 5 बजकर 27 मिनट से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की वेबसाइट सहित कई प्लेटफार्मों पर उपलब्ध होगा।