चाचा-भतीजा की सीक्रेट बैठक, क्‍या पवार को बीजेपी से मिला बड़ा ऑफर, क्‍या है कांग्रेस-शिवसेना का प्‍लान बी?

बुधवार, 16 अगस्त 2023 (18:40 IST)
maharashtra politics : शरद पवार और अजित पवार के बीच सीक्रेट मीटिंग को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल बढ़ गई है। इतना ही नहीं, चाचा और भतीजे की इस सीक्रेट मीटिंग से शिवसेना (UBT) और कांग्रेस की टेंशन बढ़ गई है। इसी बीच रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी ने शरद पवार को बडे ऑफर की पेशकश की है।

हालांकि राकांपा नेता सुप्रिया सुले ने बुधवार को कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पिछले सप्ताह पुणे के एक उद्योगपति के घर पर हुई गुप्‍त बैठक में शरद पवार और अजित पवार के बीच क्या बातचीत हुई।

बड़े ऑफर की पेशकश : बता दें कि शरद पवार ने भले ही साफ कर दिया हो कि बीजेपी के साथ जाने वालों के साथ उनका कोई संबंध नहीं है। न ही महाविकास अघाड़ी में कोई भ्रम है। लेकिन अघाड़ी में सहयोगी कांग्रेस के नेता और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने बड़ा दावा किया है। चव्हाण ने दावा किया है कि बीजेपी ने अजित पवार के जरिए शरद पवार को बड़े ऑफर की पेशकश की गई है। बता दें कि पिछले सप्ताह पुणे के एक उद्योगपति के घर पर शरद पवार और अजित पवार के बीच एक बैठक हुई थी। भाजपा से ‘प्रस्ताव’ मिलने के दावे से जुड़ी खबरों के बारे में पूछे जाने पर सुले ने कहा कि उन्हें किसी से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।

क्‍या कहा सुप्रिया सुले ने : इधर दूसरी तरफ सुप्रिया सुले ने कहा कि दादा (अजित पवार) के जन्म से पहले भी पवार और चोरडिया परिवारों के बीच अच्छा संबंध था, क्योंकि (अतुल) चोरडिया के पिता और पवार साहब कॉलेज में एक साथ थे। इसलिए, अगर दोनों परिवार मिलते हैं तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है। अजित पवार के रुख के बारे में सुले ने कहा कि मतभेद होते रहते हैं और इसे स्वस्थ लोकतंत्र के संकेत के रूप में देखा जाना चाहिए।

वहीं, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने मंगलवार को कहा था कि यह उनकी पार्टी के लिए चिंता की बात है अगर शरद पवार और अजित पवार सीक्रेट तरीके से मुलाकात कर रहे हैं।

क्‍या है कांग्रेस-उद्धव का प्लान-बी : शरद पवार को लेकर महाविकास आघाड़ी गठबंधन (एमवीए) के अन्य दो घटक दलों में जारी असमंजस के बीच खबर यह भी है कि कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने प्लान बी पर काम करना शुरू कर दिया है, जिसके तहत एनसीपी को अलग कर ये दोनों दल ही गठबंधन में चुनाव लड़ने पर मंथन कर रहे हैं। हालांकि एनसीपी सुप्रीमो ने इस अटकलों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और शिवसेना उद्धव गुट द्वारा एनसीपी को अलग करके चुनाव लड़ने की जो चर्चा चल रही है… ऐसा कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के प्लान बी की महज चर्चा है, इसमें हकीकत कुछ नहीं’

बता दें कि अजित पवार अपने चाचा शरद पवार का साथ छोडकर हाल ही में महाराष्‍ट्र की एकनाथ शिंदे और भाजपा की मिली-जुली सरकार में शामिल हो गए थे।
Edited By navin rangiyal

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