कश्मीर में आतंकवाद और उत्तर पूर्व में उग्रवाद पर काबू पाने में सफल रही सरकार : अमित शाह
शनिवार, 18 फ़रवरी 2023 (21:08 IST)
नागपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी नीत सरकार में कश्मीर में आतंकवाद, उत्तर-पूर्व में उग्रवाद और वामपंथी उग्रवाद से हिंसा की घटनाओं में 80 प्रतिशत की कमी देखी गई है। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच भारत को दुनिया के शीर्ष पर देखने की है।
नागपुर में लोकमत मीडिया समूह के संस्थापक-संपादक और स्वतंत्रता सेनानी जवाहरलाल दर्डा के जन्म शताब्दी समारोह तथा अखबार के मराठी संस्करण के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को शाह ने संबोधित किया। 'अमृत काल' के 3 बड़े उद्देश्य बताते हुए शाह ने कहा कि पहला लक्ष्य मौजूदा पीढ़ी के समक्ष स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को प्रदर्शित करना है।
उन्होंने कहा कि दूसरा उद्देश्य देश में 75 वर्ष में हुई प्रगति को जनता के समक्ष रखना है, वहीं तीसरा उद्देश्य भारत को अगले 25 वर्ष में सभी क्षेत्रों में शीर्ष पर पहुंचाना है। शाह ने कहा कि मोदी सरकार से पहले देश में कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवाद के संदर्भ में आंतरिक सुरक्षा चुनौतियां थीं। उन्होंने कहा कि आज मैं कह सकता हूं कि मोदी सरकार में कश्मीर में आतंकवाद से, उत्तर-पूर्व में उग्रवाद से तथा वामपंथी उग्रवाद से होने वाली हिंसा में 80 प्रतिशत की कमी आई है।
गृहमंत्री ने कहा कि कश्मीर घाटी में 1 साल में 1.8 करोड़ पर्यटक आए हैं, जो बड़ी बात है। कश्मीर में 70 साल में 12,000 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, लेकिन मोदी सरकार में उसे केवल 3 साल में 12,000 करोड़ रुपए मिल गए। शाह ने कहा कि कश्मीर में प्रत्येक घर में नलजल और बिजली दी गई है, जो बड़ा बदलाव है।
उन्होंने कहा कि उत्तर-पूर्व में उग्रवाद में काफी कमी आई है, वहीं इन राज्यों में करीब 60 प्रतिशत क्षेत्र से सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) कानून (आफस्पा) वापस ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि भारत रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर हो रहा है और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश दुनिया का विनिर्माण केंद्र बन रहा है।
शाह ने कहा कि भारत 2 से 3 साल के भीतर हाइड्रोजन उत्पादन में दुनिया की अगुवाई करेगा। इसी तरह भारत 4 से 5 साल में उपग्रहों के क्षेत्र में काफी आगे निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय स्टार्टअप दुनिया में अपना प्रभाव दिखा रहे हैं।
गृहमंत्री ने भारत में कोरोनावायरस के प्रसार पर लगाम लगाने के प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की सराहना की और कहा कि जनता कर्फ्यू के उनके आह्वान को व्यापक रूप से सराहा गया। सप्ताह में 1 बार भोजन छोड़ने के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के आह्वान को याद करते हुए शाह ने कहा कि शास्त्री के बाद मोदी इकलौते ऐसे नेता हैं जिनकी बात भारत की जनता सुनती है।
इससे पहले शाह ने 'लोकमत' के नागपुर संस्करण का विशेष अंक और जवाहरलाल दर्डा की स्मृति में एक सिक्का जारी किया। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने इस मौके पर सामाजिक मुद्दों पर जवाहरलाल दर्डा के योगदान की प्रशंसा की।
'लोकमत' समूह के अध्यक्ष विजय दर्डा ने शाह को 'राष्ट्र का पहरेदार' करार देते हुए कहा कि गृहमंत्री ने देशहित में अनेक फैसले लिए हैं। दर्डा ने कहा कि वे शाह में सरदार वल्लभभाई पटेल की झलक देखते हैं। उन्होंने गृहमंत्री से आग्रह किया कि पत्रकारों और फोटो-पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक कानून बनाया जाए।(भाषा)