UP Elections 2022: निर्भया केस और फेम इंडिया से लेकर BSP में शामिल होने तक, कौन हैं लड़कियों की रोल मॉडल सीमा कुशवाह?
शनिवार, 22 जनवरी 2022 (16:26 IST)
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सियासी जोड़तोड़ शुरू हो गए हैं। इस बीच देश की राजधानी दिल्ली में 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप पीड़िता की वकील सीमा कुशवाहा ने बसपा ज्वाइन कर ली है।
बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई है। माना जा रहा है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं। वैसे सीमा कुशवाहा यूपी के इटावा की रहने वाली हैं, जहां कई सीटें कुशवाहा और शाक्य बाहुल्य हैं। बता दें कि पिछले काफी समय से सीमा कुशवाहा देशभर की लड़कियों की रोल मॉडल बनी हुई हैं।
निर्भया गैंगरेप पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने वाली सीमा सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती हैं और इस वक्त आधा दर्जन ज्यादा दुष्कर्म पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए संघर्षरत हैं। इसमें हाथरस गैंगरेप का मामला भी शामिल है। माना जा रहा है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं।
यूपी के इटावा के एक छोटे से गांव में अभावों के बीच पली-बढ़ीं सीमा कुशवाहा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की है। वहीं, जब 12 दिसंबर 2012 को निर्भया के साथ दिल्ली में गैंगरेप की वीभत्स घटना हुई थी, तब वह दिल्ली हाईकोर्ट में प्रशिक्षण ले रही थीं। इस दौरान वह कई बार इस घटना के विरोध में हुए प्रदर्शनों में शामिल हुई थीं।
इसके बाद उन्होंने निर्भया के गुनहगारों को सजा दिलवाने का संकल्प लेते हुए केस लिया था। यह, सीमा के करियर का यह पहला केस था। करीब सात साल 3 महीने से ज्यादा समय तक चली इस कानूनी लड़ाई में सीमा ने एक भी पैसा नहीं लिया। इस दौरान वह निचली अदालत से सुप्रीम कोर्ट तक निर्भया के दोषियों को फांसी के तख्ते तक पहुंचाने के लिए लगातार लड़ती रहीं और अंतत: उनको जीत मिली।
वैसे फेम इंडिया मैगजीन एशिया पोस्ट सर्वे ने सीएम कुशवाहा को 25 सशक्त महिलाएं-2020 की सूची में स्थान दिया था। वह 20वें स्थान पर रही थीं।
10 जनवरी 1982 को जन्मी सीमा कुशवाहा का पूरा नाम सीमा समृद्धि कुशवाहा है। वह यूपी के इटावा जिले की ग्राम पंचायत बिधिपुर ब्लॉक महेवा के एक छोटे से गांव उग्रपुर की रहने वाली हैं। उनके पिता का नाम बलदीन कुशवाहा और मां का नाम रामकुआंरी कुशवाहा। उनके पिता बिधिपुर ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान रह चुके हैं।