धार्मिक मान्यता है कि मां वैष्णो देवी के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा तब तक पूरी नहीं मानी जाती, जब तक श्रद्धालु भैरों घाटी जाकर मंदिर में दर्शन न कर लें, लेकिन वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन करने के बाद अक्सर श्रद्धालु इतने थक जाते हैं कि वे भैरों घाटी की 6600 फीट की खड़ी चढ़ाई पूरी नहीं कर पाते और बिना दर्शन किए ही वापस चले जाते हैं। वैसे वैष्णो देवी भवन से भैरों घाटी की दूरी सिर्फ 3.5 किलोमीटर है लेकिन चढ़ाई अधिक होने से यह सफर कठिन हो जाता था।