Bahraich Violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में लगातार बवाल जारी है, बीती रात दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान एक धार्मिक स्थल से गैर समुदाय के लोगों ने जयकारे लगाते हुए भक्तों पर पथराव और गोलियां चला चला दीं, जिसमें गोपाल मिश्रा नामक युवक की मौत हो गई। युवक की मौत के बाद से बहराइच जिले में हिन्दू और मुस्लिम समुदाय आमने-सामने हो गए और हिंसक भीड़ ने दुकानों और मकानों में आ लगा दी। गाड़ियों और दुकानों में आग और उपद्रवियों द्वारा हाईवे घेर लेने के बाद पुलिस-प्रशासन बैकफुट पर दिखाई दे रहा है। पुलिस अधिकारियों के बलवे से छिटके हुए नजर आने के कारण घटना की गंभीरता को समझा जा सकता है।
ड्रोन से चप्पे-चप्पे पर नजर : बहराइच पुलिस ने अब तक 6 लोगों के खिलाफ नामजद और 4 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। गोपाल को गोली मारने वाले सलमान को पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है। वहीं, पुलिस बलवे को नियत्रंण करने का प्रयास कर रही है, डीएम, एसएसपी, कमिश्नर लगातार उपद्रव वाले स्थान पर कैंप कर रहे हैं। ड्रोन कैमरे से चप्पे-चप्पे तक नजर रखी जा रही है। बहराइच जिले में सुबह से घटना के वीडियो वायरल किए जाने से मामला अधिक गंभीर हो रहा है। दोनों समुदाय के लोगों में उत्तेजना बढ़ रही है और लोग सड़कों पर आ रहे हैं। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर बहराइच में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।
इसलिए भड़की हिंसा : गौरतलब है कि बीती रात दुर्गा मूर्ति विसर्जन जुलूस के बाद बहराइच में हिंसा भड़की। जिस समय यह जुलूस एक विशेष समुदाय के धार्मिक स्थल के नजदीक गया, जुलूस में शामिल लोग घर के बाहर डीजे बजाकर नाच रहे थे और जयकारे लगा रहे थे। माना जा रहा है कि डीजे बंद करवाने को लेकर कहा-सुनी हुई और उसका परिणाम हिंसा में बदल गया। नाराज मुस्लिम पक्ष ने जुलूस में शामिल लोगों पर पथराव करते हुए गोलियां चला दीं। इस उपद्रव में एक युवक की मौत हो गई और कई लोग चोटिल हुए, जिसके बाद क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया।
आरोपी के एनकाउंटर की मांग : ग्रामीणों का कहना है कि गोली चलाने वाले सलमान के घर पर बुलडोजर चलाया जाए और उसका एनकाउंटर किया जाए। वहीं, आक्रोशित लोगों ने पुलिस- प्रशासन की लापरवाही को मौत की वजह बताया है। वहीं, पुलिस ने इस मामले में विभागीय कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष हरदी एसके वर्मा, चौकीदार इंचार्ज महसी शिव कुमार को भी सस्पेंड कर दिया है। वहीं, पुलिस घटना से जुड़े एक वीडियो की सच्चाई की भी जांच कर रही है, जिसमें मुस्लिम धर्म के एक झंडे को हटाया जा रहा है।