एक चौथी पास राजा था, दोस्तबाज था, अहंकार में देश का बेड़ा गर्क किया, केजरीवाल ने सुनाई कहानी
नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल यूं तो अक्सर पीएम मोदी पर हमलावर रहते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने एक कहानी के जरिए पीएम मोदी पर निशाना साधा है। केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ महारैली केजरीवाल ने दिल्ली में रैली की। रैली में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल केंद्र सरकार को महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरा।
एक महान देश था : केजरीवाल ने कहा कि एक महान देश था। कई हजार साल पुराना देश। उस देश के एक गांव में एक बच्चा पैदा हुआ। बहुत गरीब घर में एक बच्चा पैदा हुआ। जैसे गांव के अंदर बच्चा पैदा होने पर ज्योतिषि आते हैं, वे बच्चे का भविष्य बताते हैं। ऐसे ही गांव का ज्योतिषि आया। उसने बच्चे की कुंडली देखी। बच्चे की मां को बोला कि माई तेरा बेटा बड़ा होकर बहुत बड़ा सम्राट बनेगा। माई को समझ नहीं आया कि मैं इतनी गरीब, मेरा परिवार इतना गरीब मेरा बेटा सम्राट कैसे बनेगा। खैर बच्चा, धीरे-धीरे बड़ा होने लगा। गांव के सरकारी स्कूल में उसका एडमिशन करा दिया। उसका पढ़ने लिखने में मन नहीं लगता था। पढ़ते-पढ़ते चौथी क्लास में आते ही उसने नाम कटवा लिया।
ज्योतिषि ने कहा था : केजरीवाल ने आगे कहा कि गांव के बगल में एक रेलवे स्टेशन था। घर में बहुत गरीबी थी। वो बच्चा वहां स्टेशन पर जाकर चाय बेचने लगा। चाय बेचकर अपना गुजारा करता था। वह भाषण बहुत अच्छा देता था। बचपन से बड़ा अच्छा भाषण देता था। गांव के लड़कों को इकट्ठा करलेता और भाषण देना चालू कर देता। धीरे-धीरे आसपास के गांव में फैल गया कि ये बच्चा भाषण बड़ा अच्छा देता है। आसपास के लड़के भी इकट्ठे हो गए। कोई भी टॉपिक हो भाषण देना चालू कर देता। वो रुकता ही नहीं था घंटों-घंटों तक भाषण देता था। बच्चा बड़ा हुआ। ज्योतिषि ने कहा था, बच्चा बड़ा होकर महान देश का सम्राट बन गया।
फर्जी डिग्री का जुगाड़ी : राजा तो अनपढ़ था उसे कुछ पता नहीं था। अफसर आते उस अनपढ़ राजा से जहां मर्जी साइन करा लेते थे। जहां मर्जी जो मर्जी साइन कराया। वो राजा अनपढ़ था उसे लगता था कि मैं अगर अफसरों से पूछुंगा तो मेरी कमजोरी सबके सामने प्रकट हो जाएगी। अफसरों को लगेगा कि मेरे को कुछ आता नहीं है। अफसर जो मर्जी लेकर आते वहां साइन कर देता था। धीरे-धीरे पूरे देश के अंदर फैल गया कि राजा अनपढ़ है। राजा को बड़ा बुरा लगने लगा। इस पर राजा ने कहीं से फर्जी डिग्री का जुगाड़ कर लिया। एमए की डिग्री का। राजा बोला मैं एमए हूं। पर सच्चाई तो पूरे देश को पता थी। राजा तो अनपढ़ था। धीरे-धीरे राजा अहंकारी भी होता गया। अहंकारी राजा और उसपर अनपढ़। जो भी उस राजा के पास जाता कुछ भी पास कराके ले आता।