Weather Updates: कई दिनों तक भारी बारिश का दौर झेलने के बाद उत्तर भारत (North India) के विभिन्न हिस्सों में मौसम (weather) में सुधार हुआ है जिसके बाद अधिकारियों ने फंसे हुए पर्यटकों को निकालने, मुख्य मार्गों पर यातायात (traffic) परिचालन बहाल करने और नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से रोकने के लिए बुधवार को युद्धस्तर पर कार्य शुरू कर दिया। दिल्ली में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है।
आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक बुधवार रात 8 बजे समाप्त हुए 24 घंटे के दौरान उत्तरप्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो गई जबकि पंजाब और हरियाणा में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने कहा कि राज्य के कसोल में फंसे कम से कम 2,000 पर्यटकों को निकाल लिया गया और भूस्खलन व बाढ़ की वजह से लाहौल में फंसे 300 से ज्यादा पर्यटक वाहन अपने-अपने गंतव्य स्थानों की ओर रवाना हो चुके हैं।
सरकारी एजेंसियों के मुताबिक दिल्ली में यमुना का जलस्तर बुधवार को 207.83 मीटर के स्तर तक पहुंच गया और इस तरह से 1978 का 207.49 मीटर का रिकॉर्ड टूट गया। दिल्ली में पिछले 3 दिनों में यमुना का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ा है। यमुना का जलस्तर रविवार पूर्वाह्न 11 बजे 203.14 मीटर था, जो सोमवार शाम 5 बजे तक बढ़कर 205.4 मीटर हो गया। यमुना का जलस्तर 205.33 मीटर के खतरे के निशान को उम्मीद से 18 घंटे पहले ही पार कर गया।
दिल्ली पुलिस ने बाढ़ संभावित इलाकों में 4 और उससे ज्यादा लोगों के जमा होने और लोगों के समूह में आवागमन को रोकने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है। जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली में बताया कि दिल्ली सरकार हालात से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम हालात पर नजर रखे हुए हैं और सभी संभावित कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यमुना का जलस्तर बढ़ने पर हालात को काबू करने के लिए निचले इलाकों में तटबंधों का निर्माण किया जा रहा है ताकि राजधानी के दूसरे हिस्सों में बाढ़ के पानी को घुसने से रोका जा सके। मजनू का टीला, कश्मीरी गेट और वजीराबाद समेत कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया जिससे यातायात बाधित हो गया।
सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जलस्तर में तेज वृद्धि ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश और सप्ताहांत में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण हुई। निचले इलाकों में रह रहे लोगों को ऊंचाई वाले सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है और बचाव व राहत कार्य के लिए 45 नौकाएं तैनात की गई हैं। यमुना का जलस्तर अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के मद्दनेजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया और कहा कि राजधानी में बाढ़ की खबर दुनिया के लिए अच्छा संदेश नहीं है।
दिल्ली में हालात जल्द सुधरने की संभावना नहीं : दिल्ली में हालात जल्द सुधरने की संभावना नहीं है, क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शहर में बुधवार को हल्की से मध्यम बारिश और अगले 4 से 5 दिनों तक लगातार बारिश का पूर्वानुमान जताया है। आईएमडी ने कहा कि उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और पश्चिमी मध्यप्रदेश में अगले 2 दिन तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है और उसके बाद बारिश में कमी आएगी।
हिमाचल में 2,000 से अधिक लोगों को सफलतापूर्वक निकाला : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक ट्वीट में कहा कि कसोल में फंसे 2,000 से अधिक लोगों को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि कसोल-भुंतर सड़क पर डूंखरा भूस्खलन को साफ करने के लिए टीमें अथक प्रयास कर रही हैं और जिला प्रशासन राहत प्रयासों का समन्वय कर रहा है।
उन्होंने कहा कि लाहौल में फंसे 300 से अधिक पर्यटक वाहन भी अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए हैं। सुक्खू ने लाहौल और स्पीति के चंद्रताल में फंसे पर्यटकों को निकालने को एक चुनौतीपूर्ण कार्य बताया। शनिवार से लाहौल और स्पीति जिले के चंद्रताल में फंसे लगभग 300 लोगों जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, को मंगलवार को हवाई मार्ग से भुंतर ले जाया गया। अधिकारियों के अनुसार कुल 873 सड़कें अभी भी वाहनों के आवागमन के लिए अवरुद्ध हैं।
स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से भारी बारिश हुई। विभाग के अनुसार धौलाकुआं में 144.5 मिलीमीटर, रेनुका में 87 मिलीमीटर, रिकांगपिओ में 42 मिलीमीटर, कोटखाई में 30 मिलीमीटर, हमीरपुर में 16.5, शिमला में 13.5, धर्मशाला में 13 मिलीमीटर और कल्पा में 10 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम कार्यालय ने राज्य में 15 और 16 जुलाई को भारी बारिश, गरज चमक के साथ बौछारे पड़ने और बिजली गिरने का 'येलो अलर्ट' जारी किया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में लगातार बारिश के बीच लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की। उत्तरप्रदेश राहत आयुक्त की ओर से बुधवार रात 8 बजे जारी एक बयान के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान उत्तरप्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो गई। बयान में कहा गया है कि इनमें से 9 लोगों की मौत डूबने से और 1-1 की मौत बिजली गिरने, सांप के काटने और भारी बारिश के कारण हुई।
हरियाणा में पुलिस ने कहा कि राज्य में अंबाला छावनी की एक आवासीय कॉलोनी में पानी से भरी सड़क से गुजरते समय 1 व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई और बुधवार को अंबाला शहर में 3 शव पानी में तैरते मिले। हरियाणा में अंबाला जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां शनिवार और सोमवार के बीच भारी बारिश हुई। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बारिश से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों के परिजनों को 4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि उन गरीबों और अन्य लोगों को भी वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी जिनके घर बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लगातार बारिश के कारण कई जिलों में घरों में पानी भर गया और फसलों और सब्जियों को भारी नुकसान हुआ। यमुना में जलस्तर में वृद्धि के कारण करनाल जिले के बड़े पैमाने पर खेत में पानी भर गया है।
अधिकारियों ने कहा कि पंजाब में सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों ने बुधवार को सुल्तानपुर लोधी शहर में बाढ़ प्रभावित मांड इलाके से 223 से अधिक लोगों को निकाला। उन्होंने बताया कि अब तक पटियाला, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, मोहाली, एसबीएस नगर और फतेहगढ़ साहिब जिलों से हजारों लोगों को निकाला गया है।
सरकारी आंकड़े के मुताबिक हरियाणा और पंजाब में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण मरने वालों की संख्या 18 है। अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, पटियाला, रूपनगर, जालंधर, एसबीएस नगर और मोहाली दोनों राज्यों के कुछ प्रभावित जिले हैं। सरकारों ने दोनों राज्यों के कई जिलों में राहत आश्रय स्थापित किए हैं।
उत्तराखंड में बारिश जारी, 3 लोग नदी में डूबे : देहरादून से मिले समाचारों के अनुसार उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर बुधवार को भी बारिश जारी रही और इस दौरान 3 व्यक्तियों की नदी में डूबने से मौत हो गई। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा मद में प्रदेश के लिए 413 करोड़ रुपए जारी करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया।
पुलिस ने बताया कि पौड़ी जिले के कोटद्वार में मंगलवार रात एक कार के अनियंत्रित होकर बारिश से उफनाई खोह नदी में गिर जाने से उसमें सवार 5 में से 3 व्यक्ति डूब गए। कार में सवार 2 अन्य व्यक्ति सुरक्षित बाहर निकल आए। राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) ने नदी में डूबे 3 व्यक्तियों में से 1 का शव बरामद कर लिया है और 2 अन्य की तलाश की जा रही है। मृत व्यक्ति की पहचान उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिले के कीरतपुर क्षेत्र के रहने वाले 35 वर्षीय मुहम्मद इसरार के रूप में हुई है।
लगातार बारिश के चलते भूस्खलन होने से राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई मार्ग बंद हो गए हैं जिससे जनजीवन के साथ ही चारधाम यात्रा भी प्रभावित हो रही है। चमोली जिले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली और जोशीमठ के बीच 5 जगहों पर भूस्खलन और मलबा गिरने से बंद हो गया है। चमोली के अपर जिला सूचना अधिकारी रवीन्द्र नेगी ने बताया कि प्रशासन ने बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आए तीर्थयात्रियों को गौचर, कर्णप्रयाग और नंदप्रयाग में सुरक्षित स्थानों पर रखा है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू और कल्याणी में भूस्खलन के कारण अवरुद्ध है जबकि गंगोत्री राजमार्ग भी पकोड़ानाला और धराली के बीच मलबा आने से बंद है। सीमा सड़क संगठन मलबा हटाकर मार्ग खोलने का प्रयास कर रहा है। रुद्रप्रयाग राजमार्ग भी सिरोबगड़ में भूस्खलन के कारण बंद है।
इस बीच धामी ने प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के मद्देनजर लोगों से अनावश्यक यात्रा करने से बचने का बुधवार को एक बार फिर अनुरोध किया और कहा कि उनकी सरकार ने फंसे लोगों की सहायता के लिए आपदा राहत फोन नंबर जारी किए हैं। धामी ने एक ट्वीट में कहा कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों एवं हिमाचल प्रदेश में फंसे उत्तराखंड के नागरिकों की सहायता के लिए हमारी सरकार ने आपदा राहत नंबर जारी किए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सभी जिलों में सड़क मार्ग एवं बारिश की स्थिति के बारे में स्वयं जानकारी ले रहे हैं और सभी जगह जिला प्रशासन एवं राज्य आपदा प्रतिवादन बल को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। धामी ने शाम को अधिकारियों के साथ बैठक कर बारिश की स्थिति की समीक्षा की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है और बुधवार को प्रदेश के लिए आपदा मद में 400 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जारी हुई है।
उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि खराब मौसम के कारण प्रदेश में 15 जुलाई से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक फिलहाल स्थगित कर दी गई है। इस बीच मौसम विभाग के बारिश जारी रहने के पूर्वानुमान को देखते हुए चमोली सहित कई जिलों के प्रशासन ने गुरुवार को भी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।
उत्तरप्रदेश में वर्षाजनित हादसों में 12 लोगों की मौत : लखनऊ से मिले समाचारों के अनुसार उत्तरप्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी मानसून की सक्रियता बनी हुई है जिससे राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान अनेक स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई मौसम विभाग ने अगले 6 दिनों तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में वर्षा होने का अनुमान व्यक्त किया है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में वर्षा जनित हादसों में 12 लोगों की मौत हो गई।
आंचलिक मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अनेक स्थानों पर खासी बारिश हुई। इस दौरान एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) में सबसे ज्यादा 26 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा कैसरगंज (बहराइच) में 21 सेंटीमीटर, रामनगर (बाराबंकी) में 15, हैदरगढ़ (बाराबंकी) में 14, सिरौलीगौसपुर (बाराबंकी) में 13, फतेहपुर (बाराबंकी) में 12, कर्नलगंज (गोंडा) में 11, कन्नौज में 9, घोरावल (सोनभद्र) और चांदपुर (बिजनौर) में 7-7, कन्नौज, बाराबंकी, बिलारी (मुरादाबाद) और नौगवां सादात (अमरोहा) में 6-6 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
मौसम केंद्र लखनऊ की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में आगामी 18 जुलाई तक अनेक स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है। कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा भी हो सकती है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के 58 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। राहत आयुक्त कार्यालय से मिली रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान वर्षाजनित हादसों में कुल 12 लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 9 लोगों की अलग-अलग हादसों में डूबने से तथा आकाशीय बिजली की चपेट में आने, सर्पदंश और अतिवृष्टि की वजह से 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है।
सहारनपुर से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक जिले में लगातार 4 दिनों से हो रही वर्षा के बीच नगला थाना क्षेत्र स्थित कोटा गांव की निवासी 52 वर्षीय महिला सरला देवी का कच्चा मकान ढह गया जिसके मलबे में दबकर महिला की मौत हो गई। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान को पार कर गई है और इसका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
राहत आयुक्त कार्यालय से मिली सूचना के मुताबिक हथिनी कुंड बैराज से लगभग 1.90 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से प्रभावित होने वाले जिलों शामली, गाजियाबाद, गौतम बुद्धनगर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, फिरोजबाद और इटावा के स्थानीय प्रशासन से बातचीत कर स्थिति के लिए तैयारी करने को कहा गया है।
शामली जिले में 5 गांवों में जलभराव की स्थिति है मगर किसी प्रकार की आबादी प्रभावित नहीं है। गाजियाबाद, गौतम बुद्धनगर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, फिरोजबाद और इटावा में बाढ़ की स्थिति नहीं है। सहारनपुर पहल से ही बाढ़ से प्रभावित है और लगभग 2,000 लोग बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में सैकड़ों पर्यटक फंसे, 1100 से ज्यादा सड़कें बंद : हिमाचल प्रदेश सरकार ने बुधवार को दावा किया कि पिछले 3 दिनों में कुल्लू और मनाली से लगभग 25,000 पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है, लेकिन सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं, क्योंकि भूस्खलन और बाढ़ के कारण 1,100 से अधिक सड़कें अभी भी बंद हैं।
खबरों के मुताबिक चंबा, शिमला, सिरमौर, किन्नौर और अन्य जिलों में बड़ी संख्या में पर्यटक फंसे हुए हैं। मोबाइल 'कनेक्टिविटी' बंद होने के बाद जो लोग अधिकारियों से संपर्क नहीं कर पा रहे थे, वे अब पुलिस और जिला प्रशासन से संपर्क कर रहे हैं। लापता व्यक्तियों के ठिकाने की तलाश में सोशल मीडिया पर भी कई संदेश साझा किए गए हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के 8 शहरों- मनाली, सोलन, रोहड़ू, ऊना, घमरूर, पच्छाद, हमीरपुर और केलोंग में जुलाई में 1 दिन की बारिश के पिछले सभी रिकॉर्ड टूट गए हैं। 4 दिनों में किन्नौर तथा लाहौल और स्पीति जिलों में पूरे मानसून सीजन की 43 प्रतिशत और 33 प्रतिशत बारिश हुई। राज्य में बुधवार को 8 लोगों की मौत की सूचना मिली जिससे पिछले 4 दिनों में भारी बारिश के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 39 हो गई है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार कुल्लू में अचानक आई बाढ़ में 5 लोगों की मौत हो गई जबकि सिरमौर और सोलन में भूस्खलन में 2 लोगों की मौत हो गई। शिमला जिले में दुर्घटनावश डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। बुधवार को शव बरामद किए गए। शिमला जिले के रामपुर में एक मरीज को अस्पताल ले जाते समय एक परिवार के 4 सदस्य सतलुज नदी में गिर जाने से लापता हो गए।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को लाहौल और स्पीति के चंद्रताल में फंसे पर्यटकों को निकालने को एक चुनौतीपूर्ण कार्य करार दिया। सिस्सू, मनाली, लोसार और चंद्रताल इलाके का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद उन्होंने कहा कि हमने हालात का जायजा लेने के लिए मंत्री और मुख्य विधायी सचिव संजय अवस्थी को चंद्रताल भेजा है। उन्होंने कहा कि अवस्थी के साथ जनजातीय किन्नौर जिले के राज्यमंत्री जगत सिंह नेगी चंद्रताल में बचाव कार्यों में सहायता देंगे। नेगी, भौगोलिक स्थिति और जनजातीय आपदाओं से भलीभांति परिचित हैं।
सुक्खू ने कहा कि वह बुधवार रात तक चंद्रताल पहुंच जाएंगे। करीब 300 लोग जिनमें ज्यादातर पर्यटक हैं, शनिवार से चंद्रताल में फंसे हुए हैं और 7 बीमार लोग जिसमें 2 बुजुर्ग और एक लड़की शामिल है, उन्हें मंगलवार को हवाई मार्ग से चंद्रताल से भुंतर लाया गया। इस बीच सड़क बचाव दल चंद्रताल के मार्गों पर जमा बर्फ को साफ कर रहा है। बचाव दल का नेतृत्व कर रहे काजा के अतिरिक्त उपायुक्त राहुल जैन ने कहा कि कुंजुम पास के समीप मार्ग 3 से 4 फुट की बर्फ से ढंक गया है और सड़क को फिर से बहाल करने का काम जोर-शोर से जारी है।
मुख्यमंत्री ने इससे पहले एक ट्वीट में कहा था कि अब तक कसोल में फंसे 2,000 से ज्यादा लोगों को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है। हमारे दल कसोल-भुंतर मार्ग पर दुन्खरा में हुए भूस्खलन के मलबे को साफ करने का अथक प्रयास कर रहे हैं। जिला प्रशासन मौके पर राहत प्रयासों में समन्वय कर रहा है। कुल्लू को सफलतापूर्वक पार करने वाले 2,200 से ज्यादा वाहनों को रामशिला चौक पर खाद्य सामग्री मुहैया कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि मैं खुद हालात का जायजा ले रहा हूं और इन चुनौतियों से पार पाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मजबूती से बढ़ता हुआ हिमाचल प्रदेश। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि लाहौल में फंसे पर्यटकों के वाहनों को रात में निकाला गया। 300 से ज्यादा पर्यटकों के वाहन अपने-अपने गंतव्यों के लिए रवाना हो चुके हैं। सुक्खू ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि कसोल और उसके उपनगरों में फंसे 3,000 से अधिक लोगों सहित लगभग 25,000 लोगों को कुल्लू और मनाली से निकाल लिया गया है।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार आज गुरुवार को उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, विदर्भ, उत्तराखंड, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, गुजरात क्षेत्र, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। गंगीय पश्चिम बंगाल, आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की बारिश हो सकती है।(एजेंसियां)