Weather Update : देश में दक्षिण पश्चिम मानसून एक्टिव होने के बाद केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में बारिश हुई। कर्नाटक और तमिलनाडु में भी कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश की वजह से गर्मी से जूझ रहे कई राज्यों में लोगों को राहत मिली। हालांकि उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों में गर्मी का प्रकोप जारी है।
दिल्ली में गर्मी से राहत : राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में रविवार तड़के हुई बारिश से पिछले कुछ दिनों से जारी भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली। बारिश के चलते कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, रात 2:30 बजे से सुबह 4:30 बजे के बीच बिजली कड़कने के साथ बारिश हुई और तेज हवाएं चलीं। सफदरजंग केंद्र में इस दौरान 33.5 मिमी, लोधी रोड पर 32 मिमी और पूसा केंद्र में 27.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार, सुबह 4:30 बजे पालम हवाई अड्डे पर हवा की रफ्तार 56 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई, जबकि दृश्यता 4,000 मीटर से घटकर 1,500 मीटर रह गई। मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी में लोगों को अपने-अपने घरों में रहने की सलाह दी गई। आईएमडी ने बताया कि रविवार को शहर में न्यूनतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 68 प्रतिशत दर्ज की गई। रविवार को अभी और बारिश होने का अनुमान जताया है। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
मुंबई में येेेलो अलर्ट : मुंबई के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर जारी है। आईएमडी ने शहर तथा उपनगरों में कुछ स्थानों पर और अधिक बारिश होने की संभावना जताई है। आईएमडी ने मुंबई के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं, पड़ोसी जिले ठाणे, रायगढ़ और पालघर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां अत्यधिक बारिश की संभावना है। रविवार सुबह आठ बजे तक 24 घंटे की अवधि में, दक्षिण मुंबई में 31 मिमी, पूर्वी उपनगरों में 21 मिमी और पश्चिमी उपनगरों में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई।
केरल में मूसलधार बारिश : केरल के विभिन्न हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश का रविवार को कहर जारी रहा, जिससे कई स्थानों पर पेड़ उखड़ गए, ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भूस्खलन हुआ और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। कई जिलों में मकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है।
मलप्पुरम जिले के पर्वतीय क्षेत्र कोट्टक्कल में शनिवार शाम हुई भूस्खलन की घटना में एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित बच गए। उत्तरी वायनाड के सुल्तान बाथेरी और दक्षिणी कोट्टायम जिले के चुंगम में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण विशाल पेड़ उखड़ गए, जिससे कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित रहा। दमकलकर्मियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर पेड़ों को सड़क से हटाया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कासरगोड़ के निलेश्वरम में एक पेड़ के गिरने से वहां खड़े वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। तिरुवनंतपुरम में लगातार भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने नेय्यार बांध से नदी में जल छोड़ने की योजना के बारे में लोगों को सतर्क किया है। रविवार सुबह नेय्यार बांध के चारों शटर 20 सेंटीमीटर तक उठाए जाएंगे और नदी किनारे रहने वाले लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की गई है।
झारखंड में 17 से 19 जून के बीच पहुंचेगा मानसून: दक्षिण-पश्चिमी मानसून के 17 से 19 जून के बीच झारखंड पहुंचने की संभावना है और इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में अत्यधिक बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के दक्षिण-पश्चिमी और मध्यवर्ती क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में सोमवार के लिए येलो अलर्ट (भारी बारिश की चेतावनी) जारी किया गया है, जबकि 17 जून से दो दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट (भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी) जारी किया गया है।
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के उपनिदेशक अभिषेक आनंद ने कहा कि राज्य में रविवार से मानसून पूर्व गतिविधियां शुरू होने की संभावना है। राज्य में 17 से 19 जून के बीच मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल प्रतीत हो रही हैं। इस वर्ष मानसून 24 मई को ही केरल पहुंच गया था, जो सामान्य समय से एक सप्ताह पहले है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2010 से अब तक मानसून आमतौर पर 12 जून से 25 जून के बीच झारखंड पहुंचता रहा है। चार महीने की मानसून अवधि के दौरान राज्य में सामान्य बारिश होने की संभावना है।