मौसम अपडेट : 'आफत' की बारिश में डूबा आधा हिन्दुस्तान, इन राज्यों में चेतावनी

Webdunia
गुरुवार, 1 अगस्त 2019 (10:02 IST)
देशभर में भारी बारिश का दौर जारी है। देश के अधिकतर राज्य बारिश की चपेट में हैं। बिहार बाढ़ से जूझ रहा है तो दिल्ली में रुक रुक कर बारिश हो रही है। गुजरात के कई शहरों में बुधवार को भारी बारिश हुई। देश के कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है। आज मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत 6 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

खबरों के मुताबिक, मौसम विभाग ने गुरुवार को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत 6 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात के अलावा हिमाचल और राजस्थान में भारी बारिश हो सकती है। उमसभरी गर्मी के बीच गुरुवार से दिल्ली का मौसम एक बार फिर करवट ले लेगा। बादलों एवं बारिश का दौर भी दोबारा शुरू होगा और सुहावने मौसम का भी।

यह दौर अगले तीन दिनों तक बने रहने के आसार हैं। इसके साथ ही कहीं हल्की तो कहीं मध्यम स्तर की बारिश भी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बुधवार को हुई बारिश के कारण हुए भूस्खलन से प्रदेश में 309 सड़कों पर यातायात ठप हो गया। कई जगह लोगों के घरों में पानी व मलबा भर गया।

महाराष्ट्र और बिहार में बाढ़ की स्थिति बनी है जो लोगों के लिए विनाशकारी साबित हो रही है, वहीं देश के कुछ हिस्से ऐसे भी हैं जहां बारिश की बूंदें लोगों को तरबतर नहीं कर सकी हैं। झारखंड की राजधानी रांची समेत अन्‍य जिलों का हाल यह यह है कि बीते एक हफ्ते से यहां भगवान सूर्य का दर्शन तक नहीं हुआ है। बादलों की ओट में छिपे सूरज की लुकाछिपी के बीच झारखंड में कम वर्षापात का अंतर पहले के मुकाबले काफी कम हो गया है।

अगले पांच दिनों तक झारखंड के कई हिस्सों में अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है। वडोदरा में बुधवार दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक 4 घंटे में 18 इंच बारिश होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए। वडोदरा में गुरुवार को भारी बारिश और जलभराव के कारण लोगों को निचले इलाके से हटने के लिए कहा गया है। हो रही बारिश के बाद सड़कों में जलभराव हो गया है।

एनडीआररएफ की टीम ने एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। वडोदरा में बारिश ने 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ा। रेल ट्रैफिक ठप होने के कारण कई ट्रेनें भी रद्द करनी पड़ीं। गुजरात सरकार ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि जरूरत पड़े तो निचले हिस्सों में बसे लोगों को बाहर निकाला जाए। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार देर शाम समीक्षा बैठक बुलाई।

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