पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और उच्च पर्वतीय इलाकों में लगातार बारिश और बर्फबारी का असर उत्तर प्रदेश के मैदानी भागों में देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश हुई और ओले भी गिरे। ठंडी हवाओं ने सर्दी का असर और बढ़ा दिया है। आफत की इस बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
खबरों के अनुसार, उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार हो रही बारिश और हिमपात के कारण उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में शीतलहर चलने की भी आशंका जताई गई। ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात से प्रदेश में ठंड का प्रकोप भी बढ़ गया। ठंडी हवाओं ने सर्दी का असर और बढ़ा दिया है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में मौसम के मिजाज को लेकर एक बार फिर से अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 5 और 6 फरवरी को उत्तराखंड में बर्फबारी होगी, जिसका असर मैदानी इलाकों में भी पड़ सकता है।पिछले 2 दिनों में उत्तर प्रदेश के तकरीबन सभी हिस्सों में तेज बारिश हुई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश और तराई वाले इलाकों में भी बारिश हुई है।
दिल्ली में गुरुवार को तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई, जिसने अधिकतम तापमान को 14.4 डिग्री सेल्सियस तक गिरा दिया, जिससे 2003 के बाद से फरवरी में यह सबसे ठंडा दिन बन गया। वहीं राजस्थान के कई इलाकों में ठंड का प्रकोप जारी है। राज्य के चुरू में शुक्रवार रात को न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी।
मौसम विभाग के अनुसार बीती रात को न्यूनतम तापमान सीकर में 3.5 डिग्री, संगरिया में 3.6 डिग्री, करौली में 3.7 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 3.9 डिग्री, भीलवाड़ा में 4.4 डिग्री, पिलानी में 4.6 डिग्री, अलवर में 4.8 डिग्री, अंता में 5.2 डिग्री, श्रीगंगानगर में 5.5 डिग्री, अलवर और फतेहपुर में 5.8-5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजधानी जयपुर में न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य भर में कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है, जबकि पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 19 डिग्री से 29 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।