अभी तक मानसून को मध्यप्रदेश, राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों सहित मध्य भारत तक पहुंच जाना चाहिए था, लेकिन यह महाराष्ट्र तक भी नहीं पहुंच पाया है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार मानसून अभी भी दक्षिणी प्रायद्वीप के ऊपर मैंगलोर, मैसूर, कुड्डलोर और पूर्वोत्तर में पासीघाट, अगरतला के ऊपर है। पश्चिमी तट में महाराष्ट्र से लेकर गुजरात तक चक्रवात के कारण बारिश हुई है। केवल तटीय कर्नाटक और केरल में मानसून के कारण बारिश हुई है।
देश में मानसून की सुस्त रफ्तार के कारण इसकी कुल कमी 43 फीसदी तक पहुंच गई है। मध्यप्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गोवा में 59 प्रतिशत वर्षा की कमी दर्ज की गई है, जबकि पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 47 फीसदी की कमी दर्ज की गई है।
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक दक्षिण भारतीय राज्यों और महाराष्ट्र के जलाशयों में जल स्तर पिछले 10 वर्षों के औसत से कम है। देश के कई हिस्सों में खासकर पूर्वी भारतीय राज्यों झारखंड, बिहार और ओडिशा में तेज गर्मी पड़ रही है।