महाराष्ट्र में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव हैं। ठाकरे की अयोध्या यात्रा को राम मंदिर मुद्दे को लेकर भाजपा पर दबाव बनाने की शिवसेना की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि शिवसेना ने कहा है कि ठाकरे के दौरे को चुनावी नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए।