सपा विधायकों के राम मंदिर विरोध पर क्या बोले अयोध्या में रामभक्त?

Ayodhya Ram  Mandir News: उत्तर प्रदेश की विधानसभा में श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई संदेश के मुद्दे पर सोमवार को विधानसभा में समाजवादी पार्टी में दो फाड़ हो गई। बधाई संदेश के विरोध में सपा के 14 विधायकों ने हाथ उठाए, जबकि शेष विधायकों ने बधाई संदेश का विरोध नहीं किया। अयोध्या में दर्शन के लिए आ रहे रामभक्तों से जब मुद्दे पर चर्चा की गई तो उनकी राय कुछ इस तरह सामने आई... 
 
यूपी के प्रतापगढ़ निवासी विपिन पाठक के कहा कि हमें रामलला का भव्य दर्शन हुआ। उन्होंने कहा सपा विधायकों ने जो विरोध किया वह उचित नहीं है। उन्हें तो राम मंदिर आकर रामलला के दर्शन करना चाहिए। राम मंदिर तो सबके लिए है।
 
मुंबई से आए मुकेश वीरा ने कहा कि हम लोग गुजरती हैं, रामजी के भक्त हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी का विरोध करने का तो कोई प्रश्न ही नहीं पैदा होता, वे देवपुरुष हैं। राम मंदिर का तो विरोध करना पागलपन है।
 
मुंबई से ही आईं ममता ने कहा कि अयोध्या में राम लला का दर्शन करने आई थी। अयोध्यावासियो का बहुत सहयोग मिला। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को राम लला का दर्शन करना चाहिए। राम मंदिर का विरोध नहीं है।
 
बिहार के सीतामढ़ी से रामजी के दर्शन करने आईं चंदा मिश्रा ने कहा कि सपा नेताओं को विरोध नहीं करना चाहिए, यह गलत है। जो विरोध करेगा, वह जाएगा। इनके पति सुनील कुमार मिश्रा ने कहा कि हमारे राष्ट्र के लिए जो सही करेगा, वही रहेगा। इस प्रकार से विरोध करने का मतलब है कि जो भी बचा-खुचा है, वो भी समाप्त हो जाएगा। 
 
पश्चिम बंगाल से आए निरंजन मुखर्जी ने कहा कि ये तो राजनीति है, अब तो ये नहीं चलेगा। रामलला केवल मोदी के नहीं बल्कि सभी के हैं। मोदी ने किया है तो तारीफ उनको मिलेगी ही। अयोध्यावासी अरविन्द अग्रवाल ने कहा कि रामजी का कोई विरोध करता है तो यह उसका अपना तुच्छपन हो सकता है।
 
कानपुर से अयोध्या आईं रागिनी ने कहा कि हमें रामजी चाहिए थे, वो हमें मिल गए लेकिन विरोध करने  वाले गलत हैं। इन्होंने कभी कुछ नहीं किया। लखनऊ से आईं रितु ने कहा कि उन्हें विरोध नहीं करना चाहिए।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
 

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