Narendra Modi will contest elections from Varanasi: क्या नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश वाराणसी सीट से इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे? हालांकि इसकी संभावना कम है, लेकिन इस तरह की अटकलें भी हैं कि मोदी दक्षिण भारत की किसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। इससे दक्षिण भारतीय राज्यों में भाजपा की सीटें बढ़ सकती हैं। हालांकि उनके वाराणसी से ही चुनाव लड़ने की संभावना ज्यादा है।
इस बात को इसलिए भी बल मिला है क्योंकि मोदी के करीबी और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक बार कहा था कि देश का अगला प्रधानमंत्री दक्षिण भारत से हो सकता है। माना जा रहा है कि यदि मोदी दक्षिण भारत का रुख करते हैं तो वे कर्नाटक, तेलंगाना या आंध्रप्रदेश के किसी सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
तेलंगाना जाएंगे या कर्नाटक : दरअसल, 2023 के तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तुलनात्मक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया था। ऐसे में तेलंगाना की किसी सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं या फिर कर्नाटक की किसी सीट से वे चुनाव लड़ सकते हैं। कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के अलावा तमिलनाडु और केरल में इसका असर भाजपा के लिए सकारात्मक हो सकता है।
2014 में बनारस को चुना : नरेन्द्र मोदी ने 2014 में अपना पहला लोकसभा चुनाव गुजरात के वडोदरा एवं उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से लड़ा था। वे दोनों ही सीटों पर जीते थे, लेकिन बाद उन्होंने वडोदरा सीट से इस्तीफा दे दिया था। वाराणसी से पहला चुनाव मोदी 3 लाख 71 से ज्यादा वोटों से जीते थे। 2014 में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी दिल्ली छोड़कर वाराणसी मोदी से मुकाबला करने पहुंच गए थे, लेकिन उन्हें मोदी के मुकाबले आधे वोट भी नहीं मिले थे। हालांकि वे दूसरे स्थान पर रहे थे। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के अजय राय रहे थे।
मोदी ने 2019 के चुनाव में भी वाराणसी सीट को ही चुना। इस चुनाव में उनकी जीत का अंतर बढ़कर 4 लाख 79 हजार हो गया था। सपा और कांग्रेस क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे थे।
29 को आ सकती है पहली सूची : एक जानकारी के मुताबिक लोकसभा के लिए भाजपा की पहली सूची 29 फरवरी को आ सकती है। उसमें नरेन्द्र मोदी और अमित शाह समेत अन्य नाम हो सकते हैं।