Weather Updates: नए साल पर उत्तर भारत में पड़ेगी हाड़ कंपाने वाली ठंड, जानिए कहां कैसा रहेगा मौसम?
शनिवार, 31 दिसंबर 2022 (09:18 IST)
नई दिल्ली। शुक्रवार को दिल्ली में 15 दिन में पहली बार न्यूनतम तापमान दहाई अंक तक पहुंच गया, लेकिन यह राहत जल्द ही खत्म होने का अनुमान जताया गया है। आईएमडी के अनुसार हिमालय से चलने वाली बर्फीली हवाएं उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की कमी लाएंगी।
अब से महज कुछ ही घंटों में नए साल यानी 2023 शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक नए साल पर पूरा उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में होगा। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पारे का लुढ़कना तय माना जा रहा है। ऐसे में फिर से दिल्ली-एनसीआर समते पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का असर देखने को मिलेगा। 4 जनवरी तक दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता।
शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक 23.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी ने कहा कि हिमालय से चलने वाली बर्फीली हवाएं उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की कमी लाएंगी।
हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि दर्ज की गई जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिली। हालांकि दोनों राज्यों के कई हिस्सों में कोहरा छाया रहा जिससे सुबह दृश्यता कम रही।
राजस्थान में पिछले 2 दिनों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी से लोगों को सर्दी के सितम से थोड़ी राहत मिली है। हालांकि राज्य के कुछ इलाकों में बादल छाए हुए हैं और नए साल में सर्दी के फिर जोर पकड़ने का अनुमान है। वहीं जम्मू-कश्मीर में सीजन की पहली बर्फबारी ने मौसम सुहावना बना दिया, लेकिन अब बर्फीली हवाएं मौसम को काफी सर्द बना देगी।
आईएमडी ने एक बयान में कहा कि अगले 4-5 दिनों के दौरान इस क्षेत्र में घना कोहरा जारी रहने की संभावना है। 1 जनवरी से उत्तर-पश्चिमी भारत में एक ताजा शीतलहर शुरू होने का अनुमान है। उत्तर भारत में लोगों को ठंड से राहत मिलने के लिए पश्चिमी विक्षोभ को जिम्मेदार माना जा सकता है।
दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उससे सटे भूमध्यरेखीय क्षेत्र पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अब भी बना हुआ है। पश्चिमी हिमालय पर बना पश्चिमी विक्षोभ अब दूर हो जाएगा। एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित उत्तर भारतीय पहाड़ियों के कुछ हिस्सों में बारिश की गतिविधि देखी गई। पंजाब के तलहटी इलाकों में भी छिटपुट बारिश देखी गई। इसके अलावा श्रीनगर, पहलगाम, गुलमर्ग आदि सहित जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में बर्फबारी देखी गई।
पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार, असम, पंजाब के अलग-अलग इलाकों में घना से बहुत घना कोहरा छाया रहा। कई हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति में कमी आई और देश के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहा। पश्चिमी विक्षोभ की उपस्थिति के कारण शीतलहर की स्थिति थम गई।
अगले 24 घंटों की संभावित गतिविधि : अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, पश्चिमी उत्तरप्रदेश और दिल्ली के कुछ हिस्सों में कोहरा छा सकता है। उत्तर भारतीय मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने से तापमान में गिरावट आ सकती है। लगभग पूरे देश में मौसम शुष्क रहेगा। उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में तापमान स्थिर रहने की संभावना है।(एजेंसियां)